महाराष्ट्र के दत्तात्रेय लोहार ने कबाड़ से बनाई जीप, आनंद्र महिंद्रा ने की जमकर तारीफ, बदले में Bolero देने की पेशकश की
महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया कि यह स्पष्ट रूप से नियमों के हिसाब से बनी गाड़ी नहीं है, लेकिन मैं अपने लोगों की सरलता और कम से कम में ज्यादा क्षमताओं की तारीफ करना कभी बंद नहीं करूंगा और गतिशीलता के लिए उनके जुनून और वाहन के फ्रंट ग्रिल का जिक्र तो क्या ही करूं।
नयी दिल्ली। हिन्दुस्तान 'जुगाड़' का मुल्क है। जब ज्यादातर देश की बड़ी-बड़ी कंपनियां गाड़ियों को अत्याधुनिक और उसकी कास्ट को कम करने के लिए बैठक कर रही थीं उसी वक्त हिन्दुस्तान के एक आम शख्स ने कुछ ऐसा किया। जिसको देखकर महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा मोहित हो गए और उन्होंने उस शख्स को बोलेरो देने की पेशकश की। दरअसल, आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया। जिसमें देखा जा सकता है कि एक शख्स किक मारकर अपनी जीप को स्टॉर्ट कर रहा है। आनंद महिंद्रा द्वारा साझा किए गए इस वीडियो पर चर्चा छिड़ गई है।
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उन्होंने ट्वीट किया कि यह स्पष्ट रूप से नियमों के हिसाब से बनी गाड़ी नहीं है, लेकिन मैं अपने लोगों की सरलता और कम से कम में ज्यादा क्षमताओं की तारीफ करना कभी बंद नहीं करूंगा और गतिशीलता के लिए उनके जुनून और वाहन के फ्रंट ग्रिल का जिक्र तो क्या ही करूं।
उन्होंने आगे कहा कि वाहन नियमों का पालन नहीं करता है। ऐसे में अधिकारी उसे सड़कों पर चलने से रोकेंगे। ऐसे में मैं व्यक्तिगत तौर पर उसको बोलरो देने की पेशकश करूंगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वाहन को महिंद्रा रिसर्च वैली में दूसरों को प्रेरित करने के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। क्योंकि संसाधन का अर्थ है कम संसाधनों में अधिक करना।इसे भी पढ़ें: आनंद महिंद्रा के ट्वीट के बाद कंपनी ने कर दी विशाल गर्ग की छुट्टी, 900 कर्मचारियों को एक झटके में काम से निकाला था
आनंद महिंद्रा द्वारा साझा किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स जीप को किक मारकर स्टॉर्ट करता हूं। जो अमूमन दोपहिया वाहनों में देखा जाता है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र के रहने वाले दत्तात्रेय लोहार ने कबाड़ की चीजों को एकत्रित करके जीप तैयार की है। जिसके निर्माण में 60,000 रुपए खर्च हुए हैं।
Local authorities will sooner or later stop him from plying the vehicle since it flouts regulations. I’ll personally offer him a Bolero in exchange. His creation can be displayed at MahindraResearchValley to inspire us, since ‘resourcefulness’ means doing more with less resources https://t.co/mibZTGjMPp
— anand mahindra (@anandmahindra) December 22, 2021
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