ममता और प्रियंका को कोरोना को लेकर राजनीतिक नाटक बंद कर देना चाहिए: शिवराज

Shivraj

हम जब कभी प्रधानमंत्री को फोन करते हैं, वह हमारे लिए उपलब्ध होते हैं। क्या आपने ऐसा प्रधानमंत्री देखा है? केवल मैं ही नहीं, कोई भी मुख्यमंत्री यदि उन्हें फोन करता है, तो वह उनके फोन का तत्काल जवाब देते हैं। वह हमेशा हमसे बात करते हैं, चीजों पर चर्चा करते हैं और हमें सुझाव देते हैं।

नयी दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कोविड-19 को लेकर राजनीतिक नाटक नहीं करने की सलाह देते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्हें ऐसा करने के बजाए वैश्विक महामारी से निपटने के लिए एकजुट ताकत के रूप में ‘‘भारत की टीम’’ का हिस्सा बनना चाहिए। चौहान ने कहा, ‘‘इन लोगों (विपक्षी दल) को हर बात के लिए केवल केंद्र पर दोष लगाना होता है। उन्हें सिर्फ नाटक करना है। कम से कम कोरोना वायरस वैश्विक महामारी जैसी स्थितियों में तो कोई राजनीतिक नाटक नहीं किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने प्रियंका पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रवासियों के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन को बसों की पेशकश कर ‘‘नाटक’’ किया। कांग्रेस और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच उस समय राजनीतिक जंग शुरू हो गई थी, जब प्रियंका ने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया था कि उनकी पार्टी ने प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी के लिए 1,000 बसों का प्रबंध किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया कि जिन 1,000 बसों की सूची सौंपी गई है, उनके पंजीकरण नंबर ऑटोरिक्शा, कार और ट्रकों के हैं। चौहान ने कहा कि ममता बनर्जी ने केंद्र द्वारा जारी विभिन्न परामर्शों को लेकर कथित रूप से सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा, ’’केंद्र सरकार इस देश के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए परामर्श जारी कर रही है। मेरे राज्य को भी परामर्श मिले हैं, लेकिन वे (ममता और प्रियंका) केवल नाटक करना चाहती हैं।’’ चौहान ने कहा, ‘‘केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ही ‘भारत की टीम’ का हिस्सा नहीं है। सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और राजनीतिक दल इस टीम का हिस्सा है। उन्हें (विपक्षी दलों के नेताओं और मुख्यमंत्रियों) स्वयं को इस टीम का हिस्सा समझना चाहिए और कोरोना वारयस से लड़ना चाहिए।’’ 

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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के संघीय ढांचे का सदा सम्मान किया है, ‘‘लेकिन इससे विपक्षी दलों को समस्या होती है’’। चौहान ने कहा, ‘‘हम जब कभी प्रधानमंत्री को फोन करते हैं, वह हमारे लिए उपलब्ध होते हैं। क्या आपने ऐसा प्रधानमंत्री देखा है? केवल मैं ही नहीं, कोई भी मुख्यमंत्री यदि उन्हें फोन करता है, तो वह उनके फोन का तत्काल जवाब देते हैं। वह हमेशा हमसे बात करते हैं, चीजों पर चर्चा करते हैं और हमें सुझाव देते हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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