एनसीआरबी ने जारी किए आंकड़े, मध्य प्रदेश में सबसे अधिक बच्चों ने की है आत्महत्या
सरकारी आंकड़ों के अनुसार 24,000 से अधिक बच्चों ने मात्र दो वर्षों में आत्महत्या कर ली है। जारी आंकड़ो के अनुसार मध्य प्रदेश में सबसे अधिक बच्चों ने आत्महत्या की है। जिसको लेकर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खड़े किए है।
भोपाल। बच्चों की आत्महत्या पर राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो ने हाल ही में संसद में डाटा प्रस्तुत किया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 24,000 से अधिक बच्चों ने मात्र दो वर्षों में आत्महत्या कर ली है। जारी आंकड़ो के अनुसार मध्य प्रदेश में सबसे अधिक बच्चों ने आत्महत्या की है। जिसको लेकर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सरकार पर सवाल खड़े किए है।
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आपको बता दें कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने देश में बच्चों की आत्महत्या पर आंकड़े जारी किए है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 14-18 वर्ष के आयु वर्ग के 24,000 से अधिक बच्चों ने 2017 से लेकर 2019 तक यानी दो वर्षों में आत्महत्या कर ली है। इनमें परीक्षा में असफल होने के कारण 4,000 से अधिक ऐसे मामले सामने आए हैं। आंकड़ों के मुताबिक 2017-19 के बीच आत्महत्या से 14-18 साल की 13,325 लड़कियों सहित 24,568 बच्चों की मौत हुई।
दरअसल बच्चों में आत्महत्या से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या 3,115 मध्य प्रदेश में, इसके बाद पश्चिम बंगाल में 2,802, महाराष्ट्र में 2,527 और तमिलनाडु में 2,035 दर्ज की गई। एनसीआरबी की जारी रिपोर्ट को लेकर मध्यप्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सवाल खड़े किए है।
वहीं बच्चों की आत्महत्या पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष रजनीश अग्रवाल का कहना है कि जिसे राजनीति करनी हो करे लेकिन अगर बच्चे आत्महत्या कर रहे है तो इसकी गहराई में जाकर मनोवैज्ञानिकों से इस विषय पर बात करनी चाहिए।
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