कर्नाटक में कांग्रेस नेता के घर से 70 लाख की शराब बरामद, बीजेपी ने किया बड़ा दावा
एक्स पर बीजेपी के आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया कि उडुपी में एक कांग्रेस नेता के घर पर 70 लाख की व्हिस्की मिली! अगर यह सिर्फ एक कांग्रेस नेता है, तो बाकी लोग कितना छुपा रहे हैं? एक्साइज घोटाला 700 करोड़ से भी ज्यादा का है। बालक बुद्धि राहुल गांधी जी, कर्नाटक को महाराष्ट्र चुनाव के लिए और कितने पैसे की जरूरत है? कृपया उत्तर दें। बीजेपी ने राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं से जवाबदेही की मांग करते हुए #Scamgress हैशटैग का इस्तेमाल किया।
उडुपी में बड़ी शराब छापेमारी के बाद कर्नाटक बीजेपी को सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार पर हमला करने के लिए ताजा गोला-बारूद मिल गया। इस छापेमारी में जिला कांग्रेस अध्यक्ष और बोला सहकारी समिति के प्रमुख निदेशक अविनाश मल्ली शेट्टी के घर पर 50 लाख रुपये से अधिक की व्हिस्की बरामद हुई। यह छापेमारी उडुपी के एक्साइज डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर रेंज द्वारा की गई थी, जिसमें व्हिस्की का एक बड़ा जखीरा जब्त किया गया था, शेट्टी अब कथित तौर पर फरार है। बीजेपी कर्नाटक ने एक्स पर खबर साझा की, जिसमें आरोप लगाया गया कि छापे के निष्कर्ष राज्य में बड़े "शराब घोटाले से जुड़े हो सकते हैं।
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एक्स पर बीजेपी के आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया कि उडुपी में एक कांग्रेस नेता के घर पर 70 लाख की व्हिस्की मिली! अगर यह सिर्फ एक कांग्रेस नेता है, तो बाकी लोग कितना छुपा रहे हैं? एक्साइज घोटाला 700 करोड़ से भी ज्यादा का है। बालक बुद्धि राहुल गांधी जी, कर्नाटक को महाराष्ट्र चुनाव के लिए और कितने पैसे की जरूरत है? कृपया उत्तर दें। बीजेपी ने राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं से जवाबदेही की मांग करते हुए #Scamgress हैशटैग का इस्तेमाल किया।
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इस घटना ने कर्नाटक कांग्रेस के नेतृत्व वाले प्रशासन, विशेषकर राज्य के उत्पाद शुल्क विभाग में भ्रष्टाचार के भाजपा के आरोपों को फिर से हवा दे दी है। यह कर्नाटक वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन के पिछले आरोपों का अनुसरण करता है, जिसमें मंत्री आरबी थिम्मापुर सहित विभाग पर बार लाइसेंस और उत्पाद शुल्क हस्तांतरण के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया था। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि पिछले साल लगभग 1,000 अवैध लाइसेंस दिए गए, कथित तौर पर प्रति लाइसेंस 70 लाख रुपये तक की रिश्वत ली गई, जिससे संभावित रूप से भ्रष्टाचार का कुल आंकड़ा लगभग 700 करोड़ रुपये हो गया।
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