राजस्थान चुनाव पर लाहौर की है नजर, टोंक में रमेश बिधूड़ी ने दिया विवादित बयान
बिधूड़ी की टिप्पणियों ने राज्य में भाजपा की चुनौतियां बढ़ा दी हैं, जहां वह मौजूदा कांग्रेस सरकार के खिलाफ महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करना चाहती है। इससे पहले पार्टी ने बिधूड़ी को टोंक संसदीय क्षेत्र का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया था।
राजस्थान 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रमेश बिधूड़ी के एक बयान ने विवाद खड़ा कर दिया है। टोंक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिधूड़ी ने दावा किया कि 'पूरे देश के साथ-साथ पाकिस्तान की भी नजर राजस्थान के चुनाव पर है। टोंक सीट पर लाहौर की भी नजर है। गौरतलब है कि कांग्रेस विधायक और राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली के सांसद ने आगे आरोप लगाया कि टोंक में लोग प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों को आश्रय देते हैं। उन्होंने आगे कहा कि लाहौर यहां के चुनाव पर नजर रख रहा है। हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि चुनाव होने के बाद लाहौर में लड्डू न बांटे जाएं। उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनाव के नतीजों पर हमास जैसे आतंकियों की भी नजर है।
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बिधूड़ी की टिप्पणियों ने राज्य में भाजपा की चुनौतियां बढ़ा दी हैं, जहां वह मौजूदा कांग्रेस सरकार के खिलाफ महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करना चाहती है। इससे पहले पार्टी ने बिधूड़ी को टोंक संसदीय क्षेत्र का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया था। यह पहली बार नहीं है जब बिधूड़ी अपनी विवादित टिप्पणी के कारण राजनीतिक तूफान के केंद्र में हैं। इससे पहले, संसद के विशेष सत्र के दौरान उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद कुंवर दानिश अली के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद विपक्षी नेताओं ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिधूड़ी के बयान को गंभीरता से लिया और इस तरह का व्यवहार दोबारा करने पर "सख्त कार्रवाई" की चेतावनी दी। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी बिधूड़ी को तलब किया।
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राजस्थान में 200 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे न केवल यह निर्धारित करेंगे कि विशाल रेगिस्तानी राज्य पर शासन कौन करेगा, बल्कि अगले साल के लोकसभा चुनावों के लिए माहौल भी तैयार करेगा।
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