Kolkata Rape Murder Case: आरोपी संजय रॉय को नहीं है अपने किए पर पछतावा, करतूतें जानकर अधिकारी भी हैरान

Kolkata Murder Case
ANI
अंकित सिंह । Aug 23 2024 12:44PM

संजय रॉय को अपराध के अगले दिन गिरफ्तार किया गया था। उसे अपराध के समय इमारत में प्रवेश करते देखा गया था, और उसके ब्लूटूथ हेडफ़ोन अपराध स्थल के पास पाए गए थे।

कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले में आरोपी संजय रॉय की मनोविश्लेषणात्मक प्रोफाइलिंग से पता चलता है कि वह 'एक विकृत व्यक्ति है और पोर्नोग्राफी का बहुत आदी है।' रॉय में 'पशु जैसी प्रवृत्ति' है और पूछताछ के दौरान उसने सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई नृशंस हत्या के लिए कोई खेद नहीं जताया। अधिकारी ने बताया कि संजय रॉय ने उस अपराध के लिए कोई पश्चाताप नहीं दिखाया, जिसकी वजह से पूरे देश में आक्रोश फैल गया। उसने बिना किसी झिझक के जांच एजेंसी को पूरी घटना बता दी।

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अधिकारी ने कहा कि उस व्यक्ति ने कोई पछतावा नहीं दिखाया और बिना किसी हिचकिचाहट के घटना का विस्तार से वर्णन किया। ऐसा लग रहा था कि उसे कोई अपराधबोध नहीं था। महिला डॉक्टर 36 घंटे की शिफ्ट के दौरान अस्पताल के सेमिनार हॉल में आराम करने गई थी, तभी उस पर हमला हुआ। उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि उसके साथ बलात्कार किया गया और उसे बेरहमी से पीटा गया, गला घोंटकर हत्या करने से पहले उसे 16 बाहरी और नौ आंतरिक चोटें आईं।

संजय रॉय को अपराध के अगले दिन गिरफ्तार किया गया था। उसे अपराध के समय इमारत में प्रवेश करते देखा गया था, और उसके ब्लूटूथ हेडफ़ोन अपराध स्थल के पास पाए गए थे। रॉय के मोबाइल फोन पर कई अश्लील वीडियो मिले हैं। अधिकारी ने बताया कि तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्यों से पता चलता है कि आरोपी घटनास्थल पर मौजूद था। सीसीटीवी फुटेज में उसे 8 अगस्त को सुबह 11 बजे चेस्ट डिपार्टमेंट के पास देखा गया और 9 अगस्त को सुबह 4 बजे उसे उसी बिल्डिंग में घुसते हुए देखा गया। पीड़िता की मौत का अनुमानित समय 9 अगस्त को सुबह 3 से 5 बजे के बीच था।

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सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि पीड़िता की हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश तो नहीं थी। उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष से कई दिनों तक पूछताछ की है और संजय रॉय, डॉ. घोष और अन्य पर पॉलीग्राफ टेस्ट कराने पर विचार कर रहे हैं। कोलकाता पुलिस डॉ. संदीप घोष के खिलाफ वित्तीय कदाचार के आरोपों की भी जांच कर रही है। बुधवार को संदीप घोष के पूर्व सहयोगी अख्तर अली ने दावा किया कि घोष "लाशों के कारोबार" में शामिल थे।

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