मुस्लिम छात्राओं को बताया आतंकवादी, हिजाब के विरोध में स्टूडेंट्स को दी भगवा शाल, जानें कौन हैं यशपाल सुवर्णा, जिसे बीजेपी ने उड्डपी से बनाया उम्मीदवार
उडुपी गवर्नमेंट पीयू गर्ल्स कॉलेज की विकास समिति के उपाध्यक्ष और हिजाब विवाद के केंद्र में रहे सुवर्णा पूरे विवाद के दौरान सबसे कट्टर आवाजों में से एक थे। एक बार तो उन्होंने इस मामले को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाने वाले छह छात्रों को 'आतंकवादी' कहा था।
कर्नाटक में कॉलेज परिसर में हिजाब पहनने की मांग करने वाले छात्रों के खिलाफ सबसे मुखर आवाज उठाने वाले भाजपा नेता यशपाल सुवर्णा को संवेदनशील उडुपी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का टिकट मिला है। अपनी पहली सूची में पार्टी ने सुवर्णा को टिकट देते हुए मौजूदा भाजपा विधायक राघपति भट का टिकट काट दिया। एक ब्राह्मण नेता भट्ट उडुपी से तीन बार के विधायक रहे हैं, उन्हें इस बार भी टिकट मिलने का भरोसा था। पार्टी के सूत्रों ने दावा किया कि इस बार तटीय क्षेत्र से जमीनी स्तर पर काम करने वाले ओबीसी नेता को टिकट देने की मांग की जा रही है।
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कौन हैं यशपाल सुवर्णा
उडुपी गवर्नमेंट पीयू गर्ल्स कॉलेज की विकास समिति के उपाध्यक्ष और हिजाब विवाद के केंद्र में रहे सुवर्णा पूरे विवाद के दौरान सबसे कट्टर आवाजों में से एक थे। एक बार तो उन्होंने इस मामले को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाने वाले छह छात्रों को 'आतंकवादी' कहा था। सुवर्णा का कहना है कि वह अपने बयान पर कायम हैं, क्योंकि जो लोग देश के कानून का पालन नहीं करते हैं, वे "देशद्रोही" हैं। सुवर्णा ने हिजाब पहनने की मांग करने वाली लड़कियों का मुकाबला करने के लिए छात्रों को भगवा शॉल प्रदान किया था। सुवर्णा के पिता एक बैंकर थे, जिन्होंने मछली पकड़ने का व्यवसाय शुरू करने के लिए नौकरी छोड़ दी थी। 45 वर्षीय सुवर्णा मोगावीरा समुदाय की आवाज़ के रूप में उभरकर सामने आए।
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बता दें कि उड्डपी के विधायक रघुपति भट्ट ने कॉलेज में हिजाब बैन को लेकर बढ़चढ़कर अग्रणी रूप से भूमिका निभाई थी। भट्ट ने कई तरह के बयान भी दिए थे। भट्ट उडुपी के पीयू कॉलेज की विकास समिति के अध्यक्ष भी हैं जहां से इस पूरे विवाद की शुरुआत हुई थी। भाजपा विधायक ने कहा कि फोन करने वाले मुझे जान से मारने की धमकी भी दी गई।
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