जानिए कौन हैं Shakti Rani Sharma? जिन्हें BJP ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में कालका सीट से उतारा मैदान में

Shakti Rani Sharma
प्रतिरूप फोटो
ANI
Anoop Prajapati । Sep 7 2024 5:03PM

भारतीय जनता पार्टी ने बहुत मंथन के बाद आखिरकार हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी पहली सूची में 67 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इस लिस्ट में कई प्रमुख नेताओं के नाम शामिल हैं। बाला नगर निगम की मेयर शक्ति रानी शर्मा भाजपा कालका विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है।

भारतीय जनता पार्टी ने बहुत मंथन के बाद आखिरकार हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए अपनी पहली सूची में 67 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। इस लिस्ट में कई प्रमुख नेताओं के नाम शामिल हैं। जबकि नौ मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया गया है। बाला नगर निगम की मेयर और जन चेतना पार्टी के प्रमुख और हरियाणा के पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्ति रानी शर्मा भाजपा कालका विधानसभा क्षेत्र से मैदान में उतारा है। उन्हें हाल ही में जींद में भाजपा की रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष मोहन लाल बडोली की मौजूदगी में भाजपा में शामिल किया गया था। 

वह हरियाणा के राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा की मां भी हैं। शक्ति रानी शर्मा के सबसे बड़े बेटे सिद्धार्थ वशिष्ठ को मनु शर्मा के नाम से भी जाना जाता है। उन्हें दिल्ली के कुख्यात जेसिका लाल हत्याकांड में दोषी ठहराया गया था और जून 2020 में रिहा कर दिया गया था। ठीक उसी साल शक्ति रानी शर्मा ने भाजपा की वंदना शर्मा को हराकर अंबाला नगर निगम चुनाव जीता और अंबाला शहर की पहली महिला महापौर बनीं थीं। शक्ति रानी शहर के पिछड़े विकास के लिए सैनी सरकार में मंत्री असीम गोयल की अक्सर आलोचना करती रही हैं। उन्होंने सैनी पर परियोजनाओं में बाधा डालने और जरूरी कामों को पूरा होने से रोकने का आरोप लगाया है। पार्टी में उनके प्रवेश के साथ ही असीम गोयल की चुनौतियां और बढ़ने की उम्मीद है।

शक्ति रानी ने 2014 के विधानसभा चुनाव में अपने पति की जन चेतना पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर कालका की सीट से चुनाव लड़ा था। विनोद शर्मा 1992 में पंजाब में बेअंत सिंह सरकार के दौरान कांग्रेस से राज्यसभा के लिए चुने गए थे और अप्रैल 1998 तक छह साल का कार्यकाल पूरा किया। इससे पहले, वह पंजाब के पटियाला जिले की बनूर विधानसभा सीट से विधायक थे, उन्होंने 1980 में चुनाव जीता था। उन्होंने नरसिम्हा राव सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में भी काम किया। विनोद शर्मा ने 2014 के चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस छोड़कर अपनी जन चेतना पार्टी बना ली थी। वे और शक्ति रानी शर्मा दोनों ही अपने-अपने चुनाव हार गए थे।

हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जन चेतना पार्टी ने भाजपा का समर्थन किया था। इससे पहले, भाजपा ने पार्टी के समर्थन से कार्तिकेय को राज्यसभा के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उनकी सफल बोली में समर्थन दिया था। शर्मा ने 1999 में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उसी वर्ष नई दिल्ली के एक बार में मॉडल जेसिका लाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और इस अपराध के लिए उनके बेटे मनु शर्मा पर मामला दर्ज किया गया था। 2004 में वे फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए और 2005 में हरियाणा विधानसभा के लिए चुने गए। उसके बाद भूपिंदर सिंह हुड्डा की कांग्रेस सरकार में मंत्री बने। हालांकि, 2006 में मनु शर्मा के बरी होने के बाद देश भर में आक्रोश फैल गया और एक मीडिया स्टिंग में गवाहों से छेड़छाड़ का खुलासा हुआ, जिसके बाद विनोद को उसी साल अक्टूबर में मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

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