मध्य प्रदेश में 1,200 नकली रेमेडिसविर इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह का राजा सूरत में पकड़ा गया
दिनेश शुक्ल । May 8 2021 7:02PM
नकली रेमडेसिविर बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गुरुवार देर रात इंदौर के विजयनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। उन्हीं से पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ है। इसमें रीवा निवासी सुनील मिश्रा का नाम सामने आया था। इसके बाद एक टीम सूरत पहुंच गई।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर और जबलपुर में 1200 से अधिक नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले गिरोह को सरगना को सूरत से गिरफ्तार कर लिया है। इंदौर पुलिस शुक्रवार रात को आरोपी को इंदौर लेकर आई। इस गिरोह का खुलासा गुरुवार रात को विजयनगर थाना क्षेत्र में हिरासत में लिए गए एक आरोपी से पूछताछ में हुआ था।
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गुजरात के सूरत में नकली रेमडेसिविर बनाने का बड़ा कारखाना चल रहा था। इंदौर और सूरत पुलिस की कार्रवाई में यह खुलासा हुआ है। सूरत पुलिस ने एक फार्महाउस पर छापा मारा, जहां नकली इंजेक्शन बनाया जा रहा था। पुलिस ने गिरोह के मुख्य सरगना कोशल वोहरा को गिरफ्तार किया है। कौशल से ही आरोपित सुनील मिश्रा इंजेक्शन लेता था। उसने 12 सौ इंजेक्शन की सप्लाई मध्य प्रदेश में की है। 1 हजार इंजेक्शन इंदौर और 200 जबलपुर में बेचे गए हैं, जबकि गिरोह ने पूरे देश में 5 हजार नकली रेमडेसिविर बेचे हैं। वह इंजेक्शन किस-किस को दिए और कितने रुपये में दिए इसकी जांच अभी पुलिस कर रही है।
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नकली रेमडेसिविर बेचने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पुलिस ने गुरुवार देर रात इंदौर के विजयनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। उन्हीं से पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ है। इसमें रीवा निवासी सुनील मिश्रा का नाम सामने आया था। इसके बाद एक टीम सूरत पहुंच गई। सूरत पुलिस ने वहां उसे हिरासत में ले लिया था। इसके बाद पूरे गिरोह का भंडाफोड़ हो गया। फार्म हाउस से एक इंजेक्शन 1700 रुपये में बिकता था। गिरोह से जुड़े दलाल इसे 35 से 40 हजार रुपये में बेच रहे थे। सुनील को पुलिस इंदौर लेकर आ गई है।
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