केजरीवाल की अपील, अपने परिवार के कल्याण को ध्यान में रखकर करें वोट
तालियों की गड़गड़ाहट के बीच केजरीवाल ने कहा कि मैंने परिवार के बड़े बेटे की तरह काम किया। बड़े बेटे के कंधे पर सबसे अधिक जिम्मेदारी होती है, उसे सबका ध्यान रखना होता है, बहनों की शादियों का खर्चा उठाना होता है, आदि। मैंने बस यही करने की कोशिश की।
नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को विपक्षी पार्टियों के समर्थकों से आठ फरवरी के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लिए वोट करने की अपील की ताकि पिछले पांच साल में राष्ट्रीय राजधानी में जो काम हुए हैं वे ‘‘अधूरे’’ नहीं रह जाएं। उन्होंने कहा कि समूची दिल्ली को शिक्षा एवं स्वास्थ्य प्रणाली में किए गए विकास के काम के आधार पर वोट करना चाहिए।
मेरी भाजपा, कांग्रेस और अन्य पार्टियों के समर्थकों से अपील है - ये चुनाव अलग है, इसमें सब मिलके झाड़ू पे वोट देना pic.twitter.com/Erjp581ATX
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 22, 2020
आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार अजेश यादव के समर्थन में बादली विधानसभा क्षेत्र में रोड शो के दौरान केजरीवाल ने कहा, ‘‘हमने स्कूलों, शिक्षा प्रणाली, अस्पतालों में सुधार के लिए कड़ी मेहनत की है...। अगर दूसरी पार्टी को वोट दिया तो आपके बच्चों की शिक्षा का कौन ध्यान रखेगा और कौन बेहतर एवं किफायती स्वास्थ्य सेवाएं देगा? कृपया इस बात पर विचार करें।’’ केजरीवाल एक जीप में खड़े थे और ‘आम आदमी’ लिखी टोपी पहने और पार्टी का बैनर हाथ में लिए उनके सैकड़ों समर्थक साथ-साथ चल रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए में आप सभी से खासकर कांग्रेस और भाजपा के समर्थकों से अपील करता हूं... कृपया अपनी संबंधित पार्टियों के साथ बने रहें लेकिन इस बार वोट हमें दें। अपने परिवार के कल्याण को ध्यान में रखकर ही वोट करें।’’
इसे भी पढ़ें: संबित पात्रा का आरोप, विरोध की आड़ में कांग्रेस ने हिन्दुओं को गाली देने का काम किया
केजरीवाल ने कहा कि पांच साल के कार्यकाल में दिल्ली के लोगों के लिए उनकी सरकार ने काफी कुछ किया लेकिन 70 साल से जो काम लंबित हैं उन्हें पूरा करने के लिए कुछ और समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने दिल्ली के लोगों को अधिकतम लाभ पहुंचाने... उनके जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया...। हमने बिजली और पानी मुफ्त कर दिया, शिक्षा एवं स्वास्थ्य प्रणाली में सुधार किया... लेकिन 70 साल से जो काम लंबित थे उन्हें पांच साल में पूरा नहीं किया जा सकता है। हमें और समय चाहिए।’’ तालियों की गड़गड़ाहट के बीच केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैंने परिवार के बड़े बेटे की तरह काम किया। बड़े बेटे के कंधे पर सबसे अधिक जिम्मेदारी होती है, उसे सबका ध्यान रखना होता है, बहनों की शादियों का खर्चा उठाना होता है, आदि। मैंने बस यही करने की कोशिश की।’’ दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर आठ फरवरी को मतदान होगा और मतगणना 11 फरवरी को होगी।
अन्य न्यूज़