छगन भुजबल को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल से बाहर रखना राकांपा का आंतरिक मामला: भरत गोगावले
भाजपा-नीत सरकार के विस्तारित मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल नहीं करने का आरोप लगाया। राकांपा नेता ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने का समर्थन किया था।
महाराष्ट्र के ई.जी.एस. मंत्री एवं शिवसेना नेता भरत गोगावले ने रविवार को कहा कि छगन भुजबल को मंत्रिमंडल से बाहर रखा जाना महायुति का नहीं, बल्कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का आंतरिक मामला है।
गोगावले ने बताया कि शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरह ही राकांपा ने भी मंत्रियों के चयन पर फैसला किया था। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस मुद्दे पर कोई और टिप्पणी नहीं कर सकता। भुजबल को मंत्रिपरिषद से बाहर रखना राकांपा का मामला था, महायुति गठबंधन का नहीं।’’
भुजबल ने राकांपा अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर भाजपा-नीत सरकार के विस्तारित मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल नहीं करने का आरोप लगाया। राकांपा नेता ने दावा किया था कि मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने का समर्थन किया था।
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