अंताक्षरी खेलते खेलते दुनिया से चले गये प्रख्यात नर्तक बिरजू महाराज
भारत के सबसे प्रसिद्ध एवं पसंदीदा कलाकारों में से एक, बृज मोहन नाथ मिश्रा पंडित बिरजू महाराज के नाम से मशहूर थे। वह लखनऊ के कालका-बिंदादिन घराना से ताल्लुक रखते थे। बिरजू महाराज कथक नर्तकों के महाराज परिवार के वंशज थे।
नमस्कार न्यूजरूम में आप सभी का स्वागत है। पारंपरिक भारतीय नृत्य शैली कथक को विश्व पटल पर ले जाने वाले प्रख्यात कथक नर्तक बिरजू महाराज का सोमवार तड़के अपने घर पर निधन हो गया। उनकी पोती ने यह जानकारी दी। महाराज जी के नाम से विख्यात, बिरजू महाराज अगले महीने 84 वर्ष के होने वाले थे। रागिनी महाराज ने बताया कि बिरजू महाराज के निधन के वक्त उनके आसपास परिवार के लोग तथा उनके शिष्य मौजूद थे। वे रात के भोजन के बाद अंताक्षरी खेल रहे थे, जब महाराज को अचानक कुछ परेशानी होने लगी।
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भारत के सबसे प्रसिद्ध एवं पसंदीदा कलाकारों में से एक, बृज मोहन नाथ मिश्रा पंडित बिरजू महाराज के नाम से मशहूर थे। वह लखनऊ के कालका-बिंदादिन घराना से ताल्लुक रखते थे। बिरजू महाराज कथक नर्तकों के महाराज परिवार के वंशज थे। उन्होंने अपने पिता और गुरु अचन महाराज और चाचा शंभू महाराज और लच्छू महाराज से प्रशिक्षण लिया था। उनके पांच बच्चे और पांच नाती-पोते हैं। कथक नर्तक बिरजू महाराज गुर्दे की बीमारी से पीड़ित थे और उच्च मधुमेह की वजह से पिछले महीने से ‘डायलिसिस’ पर थे। उनकी पोती ने बताया कि संभवत: महाराज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।
रागिनी महाराज ने कहा, ''वह हमारे साथ थे जब यह हुआ। उन्हें रात का भोजन किया और हम ‘अंताक्षरी’ खेल रहे थे क्योंकि उन्हें पुराना संगीत बहुत पसंद था। वह लेटे हुए थे...और अचानक उनकी सांसें असामान्य होने लगीं। हमारे हिसाब से उन्हें दिल का दौरा पड़ा क्योंकि वह दिल के मरीज भी थे।” रागिनी ने कहा, “यह रात में सवा बारह से साढ़े बारह बजे के बीच हुआ। बस एक या दो मिनट ऐसी स्थिति रही होगी। हम उन्हें तुरंत अस्पताल ले गए, लेकिन दुर्भाग्य से हम उन्हें बचा नहीं पाए। अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई।’’ खुद भी एक कथक नर्तक, रागिनी ने कहा कि परिवार के लिए राहत की बस एक बात यह है कि उन्हें अपने आखिरी वक्त में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
शोक संवेदनाएं
कथक दिग्गज की निधन की खबरें आते ही शोक संदेश भी आने लगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिरजू महाराज की मौत पूरे कला जगत के लिए “अपूरणीय क्षति” है। मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।’’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कलाकार को ‘‘प्रदर्शन कला (परफॉर्मिंग ऑर्ट्स) का दिग्गज बताया।” उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि कथक नृत्य के विश्व प्रख्यात गुरु पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से भारतीय संस्कृति की एक जीवंत धरोहर का अवसान हुआ है। उनके परिजनों, कला प्रशंसकों और उनके शिष्यों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। मेरी विनम्र श्रद्धांजलि!
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को कहा कि दिग्गज कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का निधन एक युग की समाप्ति को चिन्हित करता है और उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा कि महाराज के निधन से भारतीय संगीत एवं सांस्कृतिक जगत में बड़ा खालीपन आ गया है। कोविंद ने ट्वीट किया, “दिग्गज पंडित बिरजू महाराज का निधन एक युग के अंत का प्रतीक है। इसने भारतीय संगीत एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में बड़ा सा खालीपन ला दिया है। वह एक प्रतीक बन गए थे, जिन्होंने कथक को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाने के लिए अतुलनीय योगदान दिया। उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।''
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ''पं. बिरजू महाराज और कथक एक दूसरे के पूरक व पर्याय थे। उन्होंने भारतीय कला-संस्कृति को विश्वपटल पर नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया। उनका निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके परिजनों व प्रशसंकों के प्रति संवेदनाएँ व्यक्त करता हूँ। ईश्वर दिवगंत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। ॐ शांति। दिवंगत पंडित जसराज की बेटी, गायिका दुर्गा जसराज ने बिरजू महाराज के निधन को “भारतीय प्रदर्शन कला के लिए “भारी नुकसान” बताया। वहीं संगीतकार अदनान सामी ने कहा, "हमने प्रदर्शन कला के क्षेत्र में एक अद्वितीय ‘संस्थान’ खो दिया है। उन्होंने अपनी प्रतिभा से कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है।" सिनेमा जगत की कई हस्तियां सोशल मीडिया पर बिरजू महाराज के निधन पर दुख जता रही हैं और उनके साथ की अपनी यादें साझा कर रही हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बिरजू महाराज के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “कथक सम्राट, पद्म विभूषण पंडित बिरजू महाराज जी का निधन अत्यंत दुःखद है। उनका जाना कला जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। ऊं शांति !”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ''कथक नृत्य शैली को पूरे विश्व में पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी का निधन भारतीय कला जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। प्रभु से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें एवं उनके परिवार और चाहने वालों को ये दुख सहने की शक्ति दें। विनम्र श्रद्धांजलि।
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