कांवड़: पूर्वोत्तर दिल्ली में कांवड़ियों के लिए समर्पित मार्ग, निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल

joey tirkey
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उन्होंने बताया कि हर शिविर में कम से कम आठ सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन उपकरण और खाना पकाने की सुविधा होनी चाहिए।

पूर्वोत्तर दिल्ली में कांवड़ियों के लिए समर्पित मार्ग बनाए गए हैं और उनकी निगरानी के लिए लगभग एक हजार पुलिसकर्मी व ड्रोन तैनात किए गए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले को अलग-अलग जोन में बांटा गया है और वहां समान संख्या में (लगभग एक हजार) नागरिक रक्षा स्वयंसेवी भी तैनात किए गए हैं। पुलिस उपायुक्त (पूर्वोत्तर) जॉय टिर्की ने कहा कि कांवड़ यात्रा मंगलवार को शुरू हो गई। उन्होंने कहा, “कांवड़ियों की आमद मंगलवार से आरंभ हो गई। बुधवार और बृहस्पतिवार से उनकी संख्या में काफी वृद्धि होने की संभावना है। कांवड़िये 15 और 16 जुलाई को शिवलिंग पर पवित्र जल चढ़ाएंगे।” टिर्की ने बताया, “हमने जमीन पर एक हजार पुलिसकर्मी और इतनी ही संख्या में नागरिक रक्षा स्वयंसेवी तैनात किए हैं।

हमने केंद्रीय बलों की 15 कंपनियों की भी मांग की है।” उन्होंने कहा, “हमारे पास 25 ड्रोन हैं, जिनका रणनीतिक इस्तेमाल किया जाएगा। यात्रा के दौरान जमीन पर सुरक्षाकर्मियों की पर्याप्त मौजूदगी रहेगी। सुरक्षाकर्मी तीन पाली में काम करेंगे। प्रत्येक पाली आखिरी पाली खत्म होने से एक घंटे पहले शुरू होगी।” टिर्की के मुताबिक, पूर्वोत्तर जिले में 47 शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें सरकार द्वारा स्थापित 41 शिविर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हर शिविर में कम से कम आठ सीसीटीवी कैमरे, अग्निशमन उपकरण और खाना पकाने की सुविधा होनी चाहिए। टिर्की के अनुसार, कावंड़ियों के मार्ग पर नजर रखने के लिए कई सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। उन्होंने कहा, “पुलिस की संचार इकाई की मदद से चार अस्थाई नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।

ये नियंत्रण कक्ष मंगलवार तक काम करने लगेंगे।” टिर्की के मुताबिक, आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन (ईआरवी), स्वयंसेवक, पीसीआर वैन और पुलिस की मोटरसाइकिलें कांवड़ मार्ग पर चौबीसों घंटे मौजूद रहेंगी। उन्होंने कहा, “अमन समिति के सदस्यों के साथ दो बैठकें की गईं- एक ईद से पहले 27 जून को और दूसरी सोमवार को। हमने 300 और बैरिकेड भी मांगे हैं। इसके अलावा, कांवड़ यात्रा के लिए एक सुरक्षित गलियारा बनाया जाएगा, जिसमें कांवड़ियों के सिवा किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।” टिर्की के अनुसार, पुलिस ने कांवड़ यात्रा पर जाने वालों से तेज आवाज में या उत्तेजक संगीत न बजाने का आग्रह किया है।

उन्होंने बताया, “जिला अधिकारी ने कहा है कि प्रशासन ने ‘गंगाजल’ की व्यवस्था की है और इसे उन लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा, जिन्हें अनुष्ठान के लिए इसकी आवश्यकता होगी।”दिल्ली यातायात पुलिस ने सोमवार को एक परामर्श जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि कांवड़ यात्रा के मद्देनजर व्यापक व्यवस्था की गई है। इसमें सचेत किया गया था कि कांवड़ियों की आवाजाही के कारण कई स्थानों पर जाम लगने की संभावना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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