कमलनाथ ने महाराष्ट्र के घटनाक्रम को ‘‘ सौदेबाजी की राजनीति’’ बताया
कमलनाथ यहां नगर निकाय चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के लिए आए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष शासित राज्यों को अस्थिर कर रही है। कमलनाथ ने कहा, ‘‘ उन्होंने (भाजपा) अरुणाचल प्रदेश से ऐसा करना शुरु किया।’’
जबलपुर| कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने महाराष्ट्र के घटनाक्रम को ‘‘ सौदेबाजी की राजनीति ’’ करार दिया। महाराष्ट्र में शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी के खिलाफ विद्रोह का झंडा बुलंद किया जिससे महा विकास आघाड़ी (एमवीए)सरकार गिर गई और उन्होंने नए मुख्यमंत्री के रुप में पदभार संभाला।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को पिछले सप्ताह शिवसेना के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार पर संकट के बाद एआईसीसी पर्यवेक्षक के तौर पर मुंबई भेजा गया था। कांग्रेस एमवीए सरकार का हिस्सा थी तथा इसमें शरद पवार के नेतृत्व वाली रांकापा भी शामिल थी।
महाराष्ट्र में ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ ये सौदेबाजी की राजनीति है।’’ शिंदे ने बृहस्पतिवार शाम मुंबई में महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
कमलनाथ यहां नगर निकाय चुनावों में अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाने के लिए आए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष शासित राज्यों को अस्थिर कर रही है। कमलनाथ ने कहा, ‘‘ उन्होंने (भाजपा) अरुणाचल प्रदेश से ऐसा करना शुरु किया।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने झारखंड, राजस्थान में भी सरकार को गिराने का प्रयास किया और मध्य प्रदेश में क्या हुआ(मार्च 2020 में सिंधिया समर्थक 22 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने से कमलनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई और भाजपा की सरकार बनी) आप सब जानते हैं। अब उन्होंने महाराष्ट्र में यही किया है।’’
महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायकों के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने कहा कि सभी 44 विधायक पार्टी के साथ हैं। उन्होंने अपनी हालिया मुंबई यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ मैंने 41 विधायकों (कांग्रेस) से व्यक्तिगत तौर पर और तीन से फोन पर बात की थी।
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