कमलनाथ बोले- राहुल की यात्रा राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर इसमें शामिल होने का दबाव नहीं
उन्होंने उसके बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘कन्याकुमारी से कश्मीर तक के मार्ग में जो स्थान आ रहे हैं, गांधी की यात्रा वहां से गुजर रही है। हमने इस यात्रा का मार्ग तय करते वक्त यह नहीं सोचा कि कांग्रेस फलां स्थान पर कमजोर है या नहीं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने मंगलवार को कहा कि राहुल गांधी की ‘‘भारत जोड़ो यात्रा’’ का मार्ग किसी स्थान पर पार्टी की राजनीतिक कमजोरी या मजबूती ध्यान में रखकर तय नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में खत्म होने वाली 3,570 किलोमीटर लम्बी यात्रा का मकसद अपने नाम के मुताबिक देश जोड़ना है। कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने यात्रा की तैयारियों को लेकर इंदौर में पार्टी की बड़ी बैठक की अध्यक्षता की।
उन्होंने उसके बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘कन्याकुमारी से कश्मीर तक के मार्ग में जो स्थान आ रहे हैं, गांधी की यात्रा वहां से गुजर रही है। हमने इस यात्रा का मार्ग तय करते वक्त यह नहीं सोचा कि कांग्रेस फलां स्थान पर कमजोर है या नहीं। हम इस यात्रा के जरिये भारत जोड़ने की बात कर रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि यात्रा की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी चाहते हैं कि वह 26 जनवरी तक कश्मीर पहुंच जाएं और यात्रा का पूरा कार्यक्रम इस लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल महाराष्ट्र से गुजर रही यह यात्रा 20 नवंबर को बुरहानपुर जिले से मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगी। कमलनाथ ने बताया कि यह यात्रा मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से के मालवा-निमाड़ अंचल के अलग-अलग जिलों में 13 दिन तक फासला तय करने के बाद राजस्थान में दाखिल होगी। कमलनाथ ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में इस यात्रा में हर रोज एक लाख लोग शामिल होंगे।
उन्होंने हालांकि कहा,‘‘इस ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होने के लिए किसी भी कांग्रेस कार्यकर्ता पर हमारी ओर से कोई दबाव नहीं है, न ही उसे हमने इस यात्रा से जुड़ने का कोई आदेश दिया है। इसके बावजूद पार्टी का हर कार्यकर्ता इस यात्रा से अपने दिल से जुड़ेगा।’’ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,‘‘भारत जोड़ो यात्रा केवल राजनीतिक यात्रा नहीं है। यह अनेकता में एकता की भारतीय संस्कृति और संविधान को बचाने की यात्रा है। राहुल गांधी ने यह यात्रा निकालने की इसलिए सोची क्योंकि हमारी संस्कृति और संवैधानिक संस्थाएं खतरे में हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने भारत को ऐसा संविधान दिया जिसकी दुनिया के कई देशों ने नकल की। उन्होंने आगे कहा,‘‘...लेकिन अगर संविधान ही गलत हाथों में चला जाए, तो भारत का क्या होगा? कमलनाथ ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला भी बोला और इसे ‘‘सूट, बूट और लूट की सरकार’’ करार दिया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा,‘‘मध्यप्रदेश को विजन (दूरदृष्टि) की आवश्यकता है, टेलीविजन की नहीं। भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान टेलीविजन और होर्डिंग की राजनीति कर रहे हैं।
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