कमलनाथ के मंत्री ने कहा, शिवराज के घर के बाहर दूंगा धरना
तो दूसरी ओर मंच से पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के धरना प्रदर्शन को उनकी नौटंकी बताते हुए कहा कि सुन ले शिवराज, नौटंकी करना बंद करो और दिल्ली जाकर जाकर मध्यप्रदेश के पीड़ितों के लिए राहत राशि लेकर आओ।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से किसानों की बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे को लेकर सियासत शुरू हो गई है। जहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले 21 सितंबर को मंदसौर जिले में 24 घंटे धरना देकर जनता की अदालत लगाई वही 23 सितंबर को बुधनी विधानसभा में तहसील में विशाल धरना आंदोलन कर जनता की अदालत का आयोजन किया जिसमें लोगों ने कर्जमाफी सहित भारी बारिश से बर्बाद हुई फसलों को लेकर शिवराज सिंहं चौहान की अदालत में गुहार लगाई। जहां मंदसौर में शिवराज सिंह चौहान ने रात्री में किसानों के साथ भजन कीर्तन कर रतजगा किया तो वही नसरूल्लागंज में भी वह किसानों से साथ दाल-बाटी बनाते नज़र आए। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से किसानों को मुआवजा सहित कर्जमाफ करने की अपील की। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के बाढ़ प्रभावित मंदसौर और नीमच का दौरा किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने किसानों को तुरंत राहत देने की बात कही। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रशासन को निर्देस दिए कि खेत पानी में डूबे हैं अब जो दिख रहा है उसके सर्वे की जरूरत नहीं है, किसानों को मुआवजा देना शुरू करें।
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मुख्यमंत्री ने अधिकारीयों से कहा कि 15 अक्टूबर तक प्रभावितों को आर्थिक सहायता पहुँचाई जाए। तो दूसरी ओर मंच से पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के धरना प्रदर्शन को उनकी नौटंकी बताते हुए कहा कि सुन ले शिवराज, नौटंकी करना बंद करो और दिल्ली जाकर जाकर मध्यप्रदेश के पीड़ितों के लिए राहत राशि लेकर आओ। मुख्यमंत्री कमलनाथ यहीं नहीं रूके उन्होनें शिवराज सिंह चौहान को आडे हाथों लेते हुए कहा कि मैं यहाँ गाने बजाने नहीं आया हूँ मैं यहाँ राहत देने आया हूं। वहीं मंगलवार को प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने शिवराज सिंह चौहान के धरना प्रदर्शन पर एतराज करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार बाढ़ पीडितों की मदद नहीं कर रही। प्रदेश सरकार दिन रात किसानों की चिंता कर रहा है और हर संभव मदद का प्रयास किया जा रहा है। जबकि भाजपा उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान धरना दे रहे है ये धरना उन्हें दिल्ली में देना चाहिए यदि वह वो किसानों की मदद के लिए दिल्ली में केन्द्र सरकार के खिलाफ धरना नहीं देगें तो मैं जीतू पटवारी भोपाल में शिवराज सिंह चौहान के घर के बाहर धरना दूंगा।
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कुल मिलाकर भारी बारिश और बाढ़ ने मध्यप्रदेश के मालवा निवाड़ क्षेत्र सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में किसानों की फसलों को नष्ट कर दिया है। जिसके चलते किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है। जहाँ विपक्ष इसको राजनीतिक मुद्दा बनाने में लगी है तो वही प्रदेश की कमलनाथ सरकार केन्द्र की मोदी सरकार से प्रदेश की सहायता करने अपील कर रहे है जिसके लिए राज्य में धरना प्रदर्शन कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को केन्द्र सरकार से मदद मांगनी की बात कह रहे है।
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