कैलाश गहलोत ने विधानसभा की सदस्यता से दिया इस्तीफा, कुछ दिन पहले ही AAP छोड़ BJP में हुए शामिल

Kailash Gahlot
ANI
अंकित सिंह । Nov 27 2024 3:47PM

गहलोत ने आरोप लगाया कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता से आगे निकल गई हैं। उन्होंने शीशमहल जैसे कुछ विवादों हवाला देते हुए केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया और कहा कि इससे हर किसी को संदेह होता है कि क्या हम अभी भी 'आम आदमी' होने में विश्वास करते हैं।

भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के एक हफ्ते से अधिक समय बाद आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने बुधवार को विधानसभा से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल को भेजा। 17 नवंबर को दिल्ली के पूर्व मंत्री ने AAP से इस्तीफा दे दिया। अपने फैसले का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी दिल्ली के लोगों से की गई महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रही।

इसे भी पढ़ें: केजरीवाल ने BJP पर क्यों लगाया स्लम टूरिज्म का आरोप? दिल्ली चुनाव से पहले खेला बड़ा दांव

गहलोत ने आरोप लगाया कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं लोगों के प्रति पार्टी की प्रतिबद्धता से आगे निकल गई हैं। उन्होंने शीशमहल जैसे कुछ विवादों हवाला देते हुए केजरीवाल पर भी कटाक्ष किया और कहा कि इससे हर किसी को संदेह होता है कि क्या हम अभी भी 'आम आदमी' होने में विश्वास करते हैं। गहलोत ने दिल्ली सरकार द्वारा अपना अधिकांश समय केंद्र के साथ लड़ने में खर्च करने और यमुना नदी को साफ करने में विफलता के खिलाफ भी बात की। इस बीच, आप नेताओं ने कहा कि गहलोत ईडी और सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं और उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। 

इसे भी पढ़ें: CM के नाम के ऐलान में देरी पर प्रियंका चतुर्वेदी का तंज, अगर फडणवीस का नाम फाइनल हो गया है तो...

आप से इस्तीफा देने के एक दिन बाद, गहलोत केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हो गए। बीजेपी में शामिल होने के बाद गहलोत ने कहा, कुछ लोग सोच रहे होंगे कि यह फैसला रातोंरात और किसी के दबाव में लिया गया है। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि मैंने आज तक कभी किसी के दबाव में कुछ नहीं किया। मैं सुन रहा हूं कि एक कहानी बनाने की कोशिश की जा रही है कि यह ईडी और सीबीआई के दबाव में किया गया था लेकिन यह सब गलत है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़