केरल के कई पत्रकार संघों ने महिला मोर्चा के प्रदर्शन को कवर करने पर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया

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केयूडब्ल्यूजे प्रदेश अध्यक्ष एम वी विनीता और महासचिव किरण बाबू ने एक बयान में कहा, ‘‘यह प्रेस की स्वतंत्रता पर अतिक्रमण और सत्ता का खुला दुरुपयोग है।’’ उन्होंने केरल पुलिस से मामला वापस लेने और गलती सुधारने का भी आग्रह किया।

केरल के विभिन्न पत्रकार संघों ने पिछले महीने यहां पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के आधिकारिक आवास के बाहर महिला मोर्चा के प्रदर्शन को कवर करने पर मीडियाकर्मियों के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई का बुधवार को विरोध किया।

‘केरल यूनियन वर्किंग जर्नलिस्ट्स’ (केयूडब्ल्यूजे) और ‘तिरुवनंतपुरम प्रेस क्लब’ ने आरोप लगाया कि यहां संग्रहालय पुलिस ने महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं द्वारा डीजीपी के आवास में अनधिकृत प्रवेश के मामले की जांच कर रही टीम के सामने पेश होने के लिए तीन मीडियाकर्मियों को नोटिस जारी किया है।

‘केरल यूनियन वर्किंग जर्नलिस्ट्स’ (केयूडब्ल्यूजे) और ‘तिरुवनंतपुरम प्रेस क्लब’ ने यह भी कहा है कि दक्षिणपंथी झुकाव वाले ‘जनम टीवी’ और जन्मभूमि दैनिक के मीडियाकर्मियों पर भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं के तहत आरोप लगाया गया है जिनमें साजिश और दंगा से संबंधित धाराएं शामिल हैं।

केयूडब्ल्यूजे प्रदेश अध्यक्ष एम वी विनीता और महासचिव किरण बाबू ने एक बयान में कहा, ‘‘यह प्रेस की स्वतंत्रता पर अतिक्रमण और सत्ता का खुला दुरुपयोग है।’’ उन्होंने केरल पुलिस से मामला वापस लेने और गलती सुधारने का भी आग्रह किया।

तिरुवनंतपुरम प्रेस क्लब ने यह भी मांग की कि केरल पुलिस नोटिस वापस लेकर और पत्रकारों को मामले से बाहर करके त्रुटि को सुधारने के लिए तैयार रहे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई ने भी मीडियाकर्मियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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