जम्मू कश्मीर के किश्तेवाड़ में मौलवी गिरफ्तार, पाकिस्तान को देता था भारतीय सेना की खुफिया जानकारी
अधिकारियों ने पाकिस्तान स्थित एक आतंकवादी समूह की तैनाती और सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में जानकारी देने में एक व्यक्ति की संलिप्तता का पता लगाया था।
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ एक बार फिर से बड़ी कामयाबी हासिल की है। सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले से एक मुस्लिम धर्मगुरु को कथित तौर पर सुरक्षा बलों के बारे में संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान को देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। वो कथित तौर पर कश्मीरी जनबाज फोर्स नामक पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन की भी सहायता कर रहा था। इससे पहले अधिकारियों ने पाकिस्तान स्थित एक आतंकवादी समूह की तैनाती और सुरक्षा बलों की आवाजाही के बारे में जानकारी देने में एक व्यक्ति की संलिप्तता का पता लगाया था।
इसे भी पढ़ें: रविवार से गुलाम नबी आजाद का शुरू होगा मिशन कश्मीर, जम्मू में करेंगे भव्य रैली, अपार जन समर्थन की उम्मीद
संदिग्ध की पहचान 22 वर्षीय अब्दुल वाहिद के रूप में हुई, जो एक मदरसे में शिक्षक और किश्तवाड़ की एक मस्जिद में 'मौलवी' (मौलवी) के रूप में काम करता था। पिछले शुक्रवार को पुलिस ने वाहिद को पूछताछ के लिए किश्तवाड़ में पेश होने के लिए बुलाया था। वाहिद ने खुलासा किया कि दिसंबर 2020 में वो फेसबुक पर तैय्यब फारूकी उर्फ "उमर खताब" के संपर्क में आया, जिसने खुद को कश्मीर जनबाज फोर्स (केजेएफ) के 'आमिर' (कमांडर) के रूप में पेश किया।
इसे भी पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पर तरुण विजय की पुस्तक की प्रशंसा की, जानें इसके बारे में
वाहिद को शुरू में फेसबुक और फिर व्हाट्सएप पर संगठन से संबंधित तस्वीरें और सामग्री अपलोड करने का काम सौंपा गया, जहां केजेएफ के तथाकथित कमांडर एक पाकिस्तानी फोन नंबर का उपयोग करके संवाद करता था। अब्दुल वाहिद केजेएफ के फेसबुक और व्हाट्सएप समूहों का सक्रिय सदस्य बन गया। उसकी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों का ऑनलाइन समर्थन किया। उसने केजेएफ में एक आतंकवादी के रूप में भूमिका की पेशकश भी की गई थी।
अन्य न्यूज़