रविवार से गुलाम नबी आजाद का शुरू होगा मिशन कश्मीर, जम्मू में करेंगे भव्य रैली, अपार जन समर्थन की उम्मीद
पूर्व मंत्री जीएम सरूरी ने इस रैली के बारे में बताया कि रविवार सुबह दिल्ली से गुलाम नबी आजाद जम्मू पहुंचेंगे जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके बाद एक जुलूस में वह शामिल होंगे और सैनिक कॉलोनी स्थित जनसभा में पहुंचेंगे। आपको बता दें कि आजाद की इस रैली में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद जम्मू में रविवार को भव्य रैली को संबोधित करने जा रहे हैं। गुलाम नबी आजाद की इस रैली के लिए तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। इस रैली में भाग लेने के लिए जम्मू कश्मीर के विभिन्न इलाकों से भारी संख्या में लोग जुट रहे हैं। बताया जा रहा है कि गुलाम नबी आजाद अपने इस रैली के जरिए कांग्रेस को चुनौती देने के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में अपनी पकड़ को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे। कांग्रेस से अलग होने के बाद भले ही गुलाम नबी आजाद ने कोई पार्टी का ऐलान नहीं किया है। लेकिन सूत्रों का दावा है कि वह आने वाले दिनों में अपनी अलग पार्टी बना कर जम्मू-कश्मीर की राजनीति में अपना किस्मत आजमा सकते हैं। गुलाम नबी आजाद इस रैली के लिए जम्मू पहुंच रहे हैं। जम्मू के अलग-अलग हिस्सों में गुलाम नबी आजाद के पोस्टर भी लगाए गए हैं। कुल मिलाकर देखें तो जम्मू के रास्ते ही गुलाम नबी आजाद मिशन कश्मीर की शुरुआत करेंगे।
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पूर्व मंत्री जीएम सरूरी ने इस रैली के बारे में बताया कि रविवार सुबह दिल्ली से गुलाम नबी आजाद जम्मू पहुंचेंगे जहां उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। इसके बाद एक जुलूस में वह शामिल होंगे और सैनिक कॉलोनी स्थित जनसभा में पहुंचेंगे। आपको बता दें कि आजाद की इस रैली में 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। हालांकि 20 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गई है। आजाद के समर्थन में पूर्व उपमुख्यमंत्री, 8 पूर्व मंत्री, एक पूर्व पार्षद, 9 विधायक और बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्थान के सदस्य, नगर निकाय पार्षदों और जमीनी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस छोड़ दिया था। यह सभी अपने अपने कार्यकर्ताओं के साथ गुलाम नबी आजाद के इस रैली में शामिल होने के लिए जम्मू पहुंच रहे हैं। सरूरी का दावा है कि बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हो रहे हैं जिसकी वजह से प्रबंधन एक मुश्किल काम बना हुआ है। हम सभी चीजों को व्यवस्थित करने में जुटे हुए हैं।
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आपको बता दें कि गुलाम नबी आजाद 2005 से लेकर 2008 तक के जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 12 सितंबर को गुलाम नबी आजाद श्रीनगर पहुंचेंगे जहां वह विभिन्न वर्गों से आए प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत करेंगे। बताया जा रहा है कि इसे के बाद गुलाम नबी आजाद अपने नए राजनीतिक दल का ऐलान करेंगे। हालांकि, पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि रविवार को वह नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं। लेकिन सरूरी ने इससे साफ तौर पर इंकार किया है। गुलाम नबी आजाद की इस रैली को सफल बनाने के लिए उनके समर्थक दिन-रात मेहनत भी कर रहे हैं। गुलाम नबी आजाद ने अपनी रैली के लिए ऐसे दिन को चुना है जिस दिन पूरे देश की नजर कांग्रेस के हल्ला बोल रैली के ऊपर होगी। आपको बता दें कि महंगाई के खिलाफ कांग्रेस से 4 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में हल्ला बोल रैली करने जा रही है।
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