विपक्ष पर जेटली का पलटवार, कहा-राष्ट्रीय हित को पहुंचा रहे नुकसान
उन्होंने कहा कि ऐसे मौकों पर तो देश को एक स्वर में बात करनी चाहिए जैसा कि 1971 के युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी और जनसंघ ने किया था।
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की 'खराब' सरकार चलाने और उससे भी 'बेकार' विपक्ष की भूमिका निभाने के लिये कड़ी आलोचना करते हुए रविवार को कहा कि उसके बयानों से देश के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचा है और पाकिस्तान को भारत को अपमानित करने का मौका दिया है। उल्लेखनीय है कि बालाकोट में भारत के हवाई हमले के कुछ दिनों के भीतर ही कांग्रेस की अगुवाई में 21 विपक्षी दलों ने एक प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पुलवामा और बालाकोट की घटनाओं के राजनीतिकरण का आरोप लगाया था। जेटली ने ब्लॉग लिखकर कहा, '(बालाकोट में भारतीय वायुसेना के आतंकवाद निरोधी अभियान के बाद) विपक्षी दलों के बयानों से भारत के हितों को नुकसान पहुंचा है। वे आतंकवाद के खिलाफ भारत की कार्रवाई पर अविश्वास दिखाकर पाकिस्तान को सुकून पहुंचाते हैं और उसके हाथों में खेल रहे हैं।'
The Opposition is entitled to oppose and ask questions, but then restrain and statesmanship are also an essential ingredient of public discourse. I hope, India’s Opposition revisits its position and does not let down the nation.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) March 3, 2019
उन्होंने कहा कि ऐसे मौकों पर तो देश को एक स्वर में बात करनी चाहिए जैसा कि 1971 के युद्ध के समय अटल बिहारी वाजपेयी और जनसंघ ने किया था। जेटली ने विपक्ष के 21 दलों द्वारा पारित प्रस्ताव को अनुचित करार देते हुए कहा कि इससे शत्रु देश को बल मिला है और पाकिस्तान की मीडिया ने उनके बयानों का बढ़चढ़कर इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने दो बार विपक्षी दलों के नेताओं को विश्वास में लिया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान को लेकर वित्त मंत्री ने कहा, 'मैं पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के संक्षिप्त लेकिन अत्यंत आपत्तिजनक बयान से सबसे ज्यादा निराश था।'
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उल्लेखनीय है कि आजीवन उपलब्धियों के लिए पीवी नरसिंह राव पुरस्कार स्वीकार करते समय मनमोहन सिंह ने कहा था, ‘‘मैं उम्मीद करता हूं कि दोनों देशों का नेतृत्व सूझबूझ से काम लेगा तथा हम आर्थिक विकास में फिर से लगेंगे जो भारत और पाकिस्तान की आधारभूत आवश्यकता है।’’ सिंह ने पुरस्कार पाने के बाद कहा था, ‘‘मैं इस सम्मान के लिए आपको धन्यवाद देता हूं। मैं दोनों देशों के आपसी आत्म विनाश की पागल दौड़ के कारण काफी विक्षुब्ध हूं। बढ़ती गरीबी, अज्ञानता, बीमारी हमारी वास्तविक समस्यायें हैं। इनसे दोनों देशों के लाखों नागरिक अभी तक पीड़ित हैं।’’ जेटली ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के भाषण में आतंकवाद की निंदा तक नहीं की गयी। वित्त मंत्री ने कहा, 'कांग्रेस नीत संप्रग ने 2004 से 2014 तक खराब सरकार चलायी। वहीं 2014-19 तक वे और खराब विपक्ष की भूमिका में रहे।'
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