PoK को लेकर विदेश मंत्री Jaishankar ने जो कुछ कहा है उससे Modi सरकार के 'बड़े इरादे' स्पष्ट हो गये हैं
पीओके के संबंध में केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बयानों की बात करें तो आपको बता दें कि हालिया बयान विदेश मंत्री एस जयशंकर का है। उन्होंने कहा है कि पहले लगता था कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना मुश्किल है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को लेकर जिस तरह केंद्रीय मंत्रियों के बयान लगातार आ रहे हैं उससे लग रहा है कि मोदी सरकार कुछ बड़ा करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। दरअसल, पाकिस्तान से पीओके वापस लेने का माहौल सिर्फ भारत में ही नहीं बना हुआ है बल्कि पीओके के लोग खुद भी भारत के साथ आना चाहते हैं। पीओके में पाकिस्तान सरकार की नाकामियों, क्षेत्र के साथ किये जा रहे भेदभाव और चीन की दादागिरी के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पीओके के कई नागरिक और सामाजिक संगठन तो भारत से हस्तक्षेप करने की मांग भी कर रहे हैं। समय-समय पर वहां भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर लहरा कर अपना समर्थन भी जताया जाता है। ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बयानों पर गौर करें तो ऐसा प्रतीत होता है कि अपने कई बड़े वादे पूरे कर चुकी मोदी सरकार आने वाले समय में पीओके को वापस लाकर भारतवासियों का एक बड़ा सपना भी पूरा कर सकती है।
जयशंकर का बयान
पीओके के संबंध में केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के बयानों की बात करें तो आपको बता दें कि हालिया बयान विदेश मंत्री एस जयशंकर का है। उन्होंने कहा है कि पहले लगता था कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना मुश्किल है, लेकिन आज देखिए 370 भी हट गया और जम्मू-कश्मीर आगे भी बढ़ रहा है। साथ ही उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को लेकर कहा कि पहले इस पर बात नहीं होती थी, अब हमने सख्त रुख अपनाना शुरू किया है। हमने चीनी कॉरिडोर के खिलाफ आपत्ति जताई है। बहुत कुछ हो रहा है और धीरे-धीरे सब कुछ होगा। उन्होंने पीओके के मसले पर यह भी कहा कि तथ्य यह है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को छोड़ कर हमने दो विरोधी देशों को करीब आने का मौका दे दिया और आज हमें इसकी कीमत भी चुकानी पड़ रही है। हम आपको बता दें कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोलकाता में 'नया भारत और विश्व' विषय पर डॉ. श्यामा प्रसाद व्याख्यान देने के बाद यह बात कही।
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राजनाथ सिंह का बयान
हम आपको यह भी याद दिला दें कि अभी पिछले सप्ताह ही जम्मू दौरे पर गये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि भारत ताकतवर बनता जा रहा है और जरूरत पड़ी तो वह सीमा के इस पार भी मार सकता है और जरूरत पड़ी तो उस पार भी जा सकता है। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का जिक्र करते हुए कहा था कि पाकिस्तान का उससे कोई लेना-देना नहीं है। राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘पीओके को लेकर भारत की संसद में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है कि यह भारत का हिस्सा है। भारतीय संसद ने कम से कम तीन प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए हैं जिनमें कहा गया है कि पीओके भारत का हिस्सा है।’’ उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में बेहतर हालात और पीओके में लोगों पर हो रहे जुल्म और अन्याय को देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब पीओके के लोग मांग करेंगे कि वे जम्मू कश्मीर का हिस्सा बनना चाहते हैं।
योगी आदित्यनाथ का बयान
इसके अलावा हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकरनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कंगाल पाकिस्तान के साथ अब POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) नहीं रहना चाहता है। उन्होंने कहा था कि पीओके में भारत के साथ मिलने की मांग उठ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान पर करारा हमला बोलते हुए कहा था कि पाकिस्तान के लोग भूखे हैं। एक रोटी के लिए वहां लड़ाई हो रही है।
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