भारत-अमेरिका रक्षा नीति समूह की 16वीं बैठक वाशिंगटन में आयोजित
रक्षा मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘डीपीजी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के सभी पहलुओं की व्यापक समीक्षा और मार्गदर्शन करने के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय और अमेरिकी रक्षा विभाग के बीच आधिकारिक स्तर का शीर्ष तंत्र है।’’
नयी दिल्ली| रक्षा मंत्रालय ने बताया है कि भारत-अमेरिका रक्षा नीति समूह (डीपीजी) की 16वीं बैठक शुक्रवार को वाशिंगटन में हुई, जिसमें दोनों देशों के बीच विभिन्न रक्षा सहयोग के मुद्दों पर प्रगति की समीक्षा की गई।
मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी एक बयान के अनुसार, बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय सुरक्षा दृष्टिकोण साझा किए और ‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा हितों को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने को लेकर’ सहयोग करने पर सहमत हुए।
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बयान में कहा गया है कि डीपीजी बैठक की सह-अध्यक्षता भारतीय रक्षा सचिव अजय कुमार और अमेरिकी उप रक्षा मंत्री कॉलिन कहल ने की।
बयान में कहा गया, ‘‘डीपीजी द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के सभी पहलुओं की व्यापक समीक्षा और मार्गदर्शन करने के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय और अमेरिकी रक्षा विभाग के बीच आधिकारिक स्तर का शीर्ष तंत्र है।’’ बयान के मुताबिक, बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने सैन्य संबंधों में प्रगति, मूलभूत रक्षा समझौतों के क्रियान्वयन, रक्षा अभ्यास, प्रौद्योगिकी सहयोग और रक्षा व्यापार को मजबूत करने की समीक्षा की।
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सह-अध्यक्षों ने रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल के तहत मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के सह-विकास के लिए संयुक्त परियोजना का जायजा लिया। बयान में कहा गया, ‘‘दोनों पक्षों ने आगामी ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता की तैयारी की समीक्षा की। पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीखों पर भारत में डीपीजी की अगली बैठक आयोजित करने पर सहमति बनी।
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