Prabhasakshi NewsRoom: Bihar-Himachal में हाल के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद क्या सोचती है जनता? लोकसभा चुनावों में कौन पड़ेगा भारी?
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन पोल के परिणामों को पार्टीवार देखें तो आपको बता दें कि एनडीए में शामिल बीजेपी को 17, जनता दल-यू को 12, एलजेपी-आर को 3, आरएलजेपी को 1, एच.ए.एम को 1, आरएलएम को 1 सीट मिल सकती है।
हाल ही में दो राज्यों में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम हुए। बिहार में नीतीश कुमार ने महागठबंधन का साथ छोड़ते हुए पाला बदल कर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हाथ थाम लिया तो वहीं हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर अपनी ही सरकार को खतरे में डाल दिया। इन दोनों ही राज्यों में भाजपा पर आरोप लगे कि वह लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ कर रही है और धनबल का इस्तेमाल कर रही है। इन दोनों ही राज्यों में विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक जिस तरह भाजपा पर हमलावर हैं उसको देखते हुए लोगों के मन में सवाल उठ सकता है कि आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए जनता क्या सोच रही है?
हम आपको बता दें कि लोकसभा चुनावों को देखते हुए तमाम संस्थान ओपिनियन पोल करवा रहे हैं और इस क्रम में सबसे ताजा ओपिनियन पोल इंडिया टीवी-सीएनएक्स ने कराया है जिसके मुताबिक, अगर अभी चुनाव होते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 35 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है। जबकि हिमाचल प्रदेश में बीजेपी सभी 4 लोकसभा सीटें जीत सकती है। हम आपको बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में बिहार में एनडीए ने 39 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, जबिक बाकी एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को बिहार में 52 प्रतिशत वोट शेयर मिल सकता है, जबकि I.N.D.I.A. को 34 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। निर्दलीय समेत 'अन्य' को 14 फीसदी वोट मिलने की संभावना जताई गयी है।
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इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन पोल के परिणामों को पार्टीवार देखें तो आपको बता दें कि एनडीए में शामिल बीजेपी को 17, जनता दल-यू को 12, एलजेपी-आर को 3, आरएलजेपी को 1, एच.ए.एम को 1, आरएलएम को 1 सीट मिल सकती है। इस तरह एनडीए के खाते में कुल 35 सीटें जाने की संभावना है। वहीं अगर I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल दलों की बात करें तो आरजेडी को 4, कांग्रेस को 1 सीट मिल सकती है। इस तरह विपक्ष को बिहार में कुल 5 सीटें मिल सकती हैं।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन पोल में क्षेत्रवार सीटों का जो अनुमान जताया गया है उसके मुताबिक उत्तरी बाहर की कुल 12 में से 11 सीटों पर एनडीए और एक पर INDIA गठबंधन जीत सकता है। वहीं मिथिलांचल की कुल 9 सीटों में से 8 पर एनडीए और एक पर INDIA गठबंधन जीत सकता है। सीमांचल (पूर्वी बिहार) की कुल 7 सीटों में से 5 पर एनडीए और दो पर INDIA गठबंधन जीत सकता है। इसके अलावा मगध-भोजपुर की कुल 12 सीटों में से 11 पर एनडीए और एक पर INDIA गठबंधन जीत सकता है।
जहां तक हिमाचल प्रदेश की बात है तो ओपिनियन पोल दर्शा रहा है कि यहां की सभी 4 लोकसभा सीटों पर भाजपा की जीत का अनुमान है। हम आपको याद दिला दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने सभी 4 सीटें जीती थीं। ओपिनियन पोल दर्शा रहा है कि अगर अभी चुनाव कराये गये, तो बीजेपी को हिमाचल प्रदेश में 58.72 प्रतिशत वोट और कांग्रेस को 33.18 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। साथ ही निर्दलीय सहित अन्य पार्टियों को 8 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। ओपिनियन पोल के विधानसभा क्षेत्रवार अनुमानों के मुताबिक, कुल 68 में से बीजेपी 41 विधानसभा क्षेत्रों में और कांग्रेस 27 विधानसभा क्षेत्रों में इस समय आगे है। देखा जाये तो यह आंकड़े हिमाचल प्रदेश की राजनीति में चल रही वर्तमान उठापटक को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण हैं।
जहां तक बिहार की राजनीति की बात है तो आपको बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा के साथ हाथ मिलाने के बाद अपने पहले बिहार दौरे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो मार्च को 1.64 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राष्ट्रव्यापी परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे, जिनमें से 29,000 करोड़ की परियोजनाएं बिहार की हैं। बेगूसराय में शुरू होने वाली परियोजनाएं तेल, गैस, उर्वरक और रेलवे सहित कई क्षेत्रों से संबंधित हैं। उद्घाटन या शिलान्यास समारोह के साथ शुरू की जाने वाली इन परियोजनाओं में से 39 परियोजनाएं तेल एवं गैस क्षेत्र से जुड़ी हैं और 10 परियोजनाएं रेलवे की हैं। छह नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई जाएगी। मोदी नए सिरे से स्थापित बरौनी उर्वरक संयंत्र का भी उद्घाटन करेंगे जो न केवल यूरिया के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा।
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