कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा भोपाल और इंदौर में रविवार या सोमवार से लग सकता है नाईट कर्फ्यू

Coron review meeting
दिनेश शुक्ल । Mar 13 2021 9:30AM

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य स्तर पर कोरोना संक्रमण एवं रोकथाम के लिए नियुक्त प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में सतत् संपर्क बनाकर रखें। और उचित मार्गदर्शन देते रहें। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज की जानकारी ली।

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार देर शाम प्रदेश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण प्रदेश में बढ़ रहा है, जो चिंता की बात है। कोरोना संक्रमण को हर हाल में नियंत्रित कर रोकना है। इसके लिए सभी उपाय किए जाएं। जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए। कोरोना संक्रमण दर बढ़ती है तो सख्त कदम भी उठाए जाएंगे। वही भोपाल और इंदौर जिले में रविवार या सोमवार से नाईट कर्फ्यू लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने इन दोनों जिलों में सभा कक्ष में होने वाले आयोजनों में क्षमता से आधे लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। 

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकों को कोरोना से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने के लिए प्रेरित किया जाए। मास्क लगाने, बार-बार साबुन से हाथ धोने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, भीड़-भाड़ से बचने और कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, खरगोन, रतलाम, उज्जैन, बेतूल, सागर, रीवा और खंडवा में विशेष रूप से पुलिस और नगर निगम, नगर पालिकाओं के वाहनों से लोगों को मास्क लगाने आदि सुरक्षात्मक उपाय करने तथा सतर्कता बरतने के लिए प्रेरित किया जाए। कलाकारों के माध्यम से जगह-जगह पर प्रस्तुतियाँ दी जाकर जागरूकता अभियान संचालित किए जाएं। लोगों को बताया जाए कि यदि कोरोना संक्रमण बढ़ता है तो सख्त कदम उठाए जाएंगे। प्रदेश के अन्य जिलों में जरूरत होने पर जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक बुलाकर जिले की परिस्थिति के मुताबिक सुरक्षा उपाय अपनाने के निर्देश दिए।

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित महाराष्ट्र की  सीमा से लगे जिलों में कोरोना संक्रमण को रोकने विशेष सतर्कता बरती जाए। महाराष्ट्र से आने वाले वायुयान, ट्रेनों और बसों में आने वाले यात्रियों की थर्मल जाँच की जाए और रोको-टोको अभियान के अंतर्गत मास्क और अन्य उपायों के लिए प्रेरित किया जाए। महाराष्ट्र से होने वाले आवागमन को सीमित करने के संबंध में भी बैठक में विचार किया गया।

उन्होंने कहा कि इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर सहित महाराष्ट्र की सीमा से लगे जिलों और 10 से अधिक कोरोना संक्रमण के प्रकरणों वाले जिलों में दुकानदारों को अपनी दुकान में कोरोना से बचाव के सभी सुरक्षात्मक उपाय करने होंगे। दुकान के सामने रस्सी लगाई जाए। दुकान पर आने वाले ग्राहकों के मध्य पर्याप्त दूरी रखी जाए। ग्राहकों को सैनिटाइजर का उपयोग करने और मास्क लगाने के लिए प्रेरित किया जाए। जो दुकानदार इन सुरक्षा उपायों का पालन नहीं करेंगे उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाए।

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि त्यौहार में अन्य प्रदेशों से मध्य प्रदेश के लिए श्रमिकों का आना शुरू हो गया है। श्रमिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए। सुरक्षा उपाय अपनाए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिक कोरोना संक्रमण वाले जिलों में कोविड कमांड सेंटरों को सक्रिय रखा जाए और पर्याप्त चिकित्सकों की सेवाएँ दी जाएं।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि राज्य स्तर पर कोरोना संक्रमण एवं रोकथाम के लिए नियुक्त प्रभारी अधिकारी अपने प्रभार के जिलों में सतत् संपर्क बनाकर रखें। और उचित मार्गदर्शन देते रहें। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के इलाज की जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों, वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखे गए मरीजों के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंभीर कोरोना मरीज की मृत्यु नहीं होने पाए। इसके लिए हरसंभव चिकित्सा उपाय किए जाएं।

 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पात्र व्यक्तियों को कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। पहला वैक्सीन डोज लगने के 28 दिन बाद अनिवार्य रूप से दूसरा वैक्सीन डोज लगे, यह सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए संबंधित व्यक्ति को सूचित भी किया जाए। टीकाकरण कार्य में जनप्रतिनिधियों का पूरा सहयोग लिया जाए। जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए। अधिक वृद्ध नागरिकों को वाहन से टीकाकरण केंद्र तक लाने का इंतजाम किया जाए। टीकाकरण केंद्रों में जन-सुविधाएँ उपलब्ध रहें।

बैठक में बताया गया कि प्रतिदिन एक लाख टीकाकरण करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के प्रयास हो रहे हैं। बताया गया कि आज इंदौर में 219, और भोपाल में 138 कोरोना के नए प्रकरण आए हैं। इसी तरह जबलपुर में 26, ग्वालियर में 25, छिंदवाड़ा में 19, बुरहानपुर में 16, खरगोन में 16, रतलाम में 15, उज्जैन में 15, बैतूल में 13, सागर में 11, रीवा में 10 और खंडवा में 9 प्रकरण दर्ज हुए हैं। प्रदेश में कोरोना से संक्रमित 603 नए व्यक्ति मिले हैं। प्रदेश में एक्टिव प्रकरणों की संख्या 4094 है। गत 7 दिनों मे औसत प्रतिदिन 490 कोरोना संक्रमित प्रकरण संख्या दर्ज की गई है। औसत रिकवरी दर 96.7 प्रतिशत है।

 

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प्रदेश में टीकाकरण के लिए पंजीकृत व्यक्तियों के विरुद्ध 95 प्रतिशत व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। इस कार्य में प्रदेश की स्थिति देश में दूसरे नंबर पर है। प्रदेश में 3 लाख 72 हजार 794 हेल्थ केयर वर्कर को वैक्सीन की प्रथम डोज, 2 लाख 51 हजार 887 हेल्थ केयर वर्कर को वैक्सीन की दूसरी डोज, 3 लाख 12 हजार 964 फ्रंटलाइन वर्कर को पहली डोज, 30 हजार 577 फ्रंटलाइन वर्कर को दूसरी डोज, 45 से 59 वर्ष के गंभीर बीमारी से पीड़ित 37 हजार 196 व्यक्तियों और 60 वर्ष से अधिक आयु के 2 लाख 82 हजार 933 लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है।

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