'अगर मोदी को हराना है तो सबको साथ लेकर चलना पड़ेगा', कांग्रेस को ओवैसी की सलाह, आग बबूला हुई भाजपा
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कहीं नहीं टिकती। ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियां चुनावों में भाजपा विरोधी वोटों में विभाजन के लिए उन पर आरोप लगाती थीं, लेकिन एआईएमआईएम द्वारा उम्मीदवार नहीं उतारने के बावजूद हरियाणा में कांग्रेस कैसे हार गई?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस का परोक्ष संदर्भ देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए पुरानी पार्टी को सभी को साथ लेना होगा। हरियाणा चुनाव में भाजपा की जीत के संदर्भ में बोलते हुए, ओवैसी ने यह भी कहा कि भाजपा राज्य में गलती से जीत गई। इस बीच, भाजपा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कहीं नहीं टिकती। ओवैसी ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष पार्टियां चुनावों में भाजपा विरोधी वोटों में विभाजन के लिए उन पर आरोप लगाती थीं, लेकिन एआईएमआईएम द्वारा उम्मीदवार नहीं उतारने के बावजूद हरियाणा में कांग्रेस कैसे हार गई?
इसे भी पढ़ें: Haryana: 17 अक्टूबर को CM पद की शपथ लेंगे नायब सिंह सैनी, PM मोदी समेत BJP के अन्य दिग्गज रहेंगे मौजूद
ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा कि भाजपा ने हरियाणा कैसे जीत लिया? मैं नहीं था। अन्यथा, उन्होंने 'बी टीम' कहा होता... वे वहां हार गए। अब, आप मुझे बताएं, वे किसकी वजह से हारे? कांग्रेस को सलाह देते हुए ओवैसी ने कहा, ''मैं पुरानी पार्टी से कहना चाहूंगा। मैं जो कह रहा हूं उसे समझो। मोदी को हराने के लिए आपको सबको साथ लेकर चलना होगा। तुम अकेले कुछ नहीं कर पाओगे।”
इसे भी पढ़ें: हरियाणा की हार पर AAP ने कांग्रेस को घेरा, संजय सिंह बोले- भाजपा से लड़ने में सक्षम है हम
कांग्रेस एक परजीवी पार्टी है: बीजेपी
हरियाणा चुनाव नतीजों पर असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक परजीवी पार्टी बन गई है, अब वह कहीं नहीं है। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि चाहे तृणमूल कांग्रेस हो, समाजवादी पार्टी हो, उद्धव सेना हो या फिर ओवैसी, जब से हरियाणा चुनाव के नतीजे आए हैं, ये सभी कांग्रेस से कह रहे हैं कि "राहुल, तुमसे ना हो पाएगा।" मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी एक परजीवी पार्टी बन गई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहीं नहीं टिकती, वह 'बेताल' बन जाती है और अपने सहयोगियों को 'विक्रम' बनाती है और फिर उनका वोट बैंक चूस लेती है। ऐसे में हर कोई उनसे यही कह रहा है कि वे अपना वोट बैंक खत्म न करें और मिलकर चुनाव लड़ें।
अन्य न्यूज़