शिवराज की घोषणाओं का हिसाब लगाया जाये तो भारत सरकार का बजट भी कम पड़ जाए : कमलनाथ
प्रदेश की स्थिति यह है कि कर्मचारियों का डीए, एरियर, वेतनवृद्धि से लेकर सब कुछ आर्थिक संकट का हवाला देकर रोका जा चुका हुआ है। आज किसान राहत की माँग कर रहा है, युवा रोज़गार माँग रहा है, भोपाल में रोज़ हर वर्ग अपनी माँगो को लेकर प्रदर्शन कर रहा है
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि शिवराज जी की यदि रोज़ की करोड़ों रुपये की घोषणाओं का हिसाब लगाया जाये तो भारत सरकार का बजट भी कम पड़ जाये। आज भी शिवराज जी प्रदेश के सागर, गुना व साँची के दौरे पर थे। आज भी पिटी हुई पिक्चर से झूठ का ट्रेलर दिखाते रहे लेकिन जनता इनकी झूठ की पूरी पिक्चर पहले ही देख चुकी है, इसीलिये उसने इन्हें घर बैठाया था। अपने भाषणों में वे इतना झूठ बोल रहे है और इतनी झूठी घोषणाएं कर रहे हैं कि झूठ भी शर्मा रहा है। कमल नाथ ने बताया कि किसान भाई जरूर उनके हर दौरे में उनको अपनी खराब फसलें दिखाकर आइना दिखा रहे हैं, जिसका मुआवजा उन्हें आज तक नहीं मिला, जिसको लेकर शिवराज ने बड़े-बड़े दावे किए थे। प्रदेश की स्थिति यह है कि कर्मचारियों का डीए, एरियर, वेतनवृद्धि से लेकर सब कुछ आर्थिक संकट का हवाला देकर रोका जा चुका हुआ है। आज किसान राहत की माँग कर रहा है, युवा रोज़गार माँग रहा है, भोपाल में रोज़ हर वर्ग अपनी माँगो को लेकर प्रदर्शन कर रहा है, आर्थिक संकट का हवाला देकर उनकी माँगो को अनसुना किया जा रहा है और शिवराज जी अपने मुंह से रोज करोड़ों रुपए की झूठी घोषणाए कर रहे हैं, यदि उनकी घोषणाओं का हिसाब लगाया जाए तो भारत सरकार का बजट भी कम पड़ जाएगा ?
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पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि भाजपा के लोग ही इसीलिये शिवराज जी को घोषणावीर बताते हैं। प्रदेश की जनता रोज उनकी झूठी घोषणाओं को देख रही है। ऐसा लगा था कि शिवराज जी विपक्ष में रहकर गंभीर बनेंगे, झूठ बोलना कम करेंगे, झूठी घोषणाएं बंद करेंगे लेकिन इसमें तो कई गुना की वृद्धि हो चुकी है। एक तरफ तो वे अपने भाषण में निरंतर कह रहे हैं कि प्रदेश का खजाना खाली है, आर्थिक संकट है और वहीं दूसरी तरफ उस खाली खजाने से ही करोड़ों रुपए की झूठी घोषणाए सिर्फ़ जनता को चुनाव में गुमराह करने के कर रहे हैं। जनता समझती है कि यह सब चुनावी घोषणाए है जो कभी पूरी नहीं होगी। जनता तो उनकी 15 वर्ष की आज तक पूरी नहीं हुई हज़ारों झूठी घोषणाओं की हक़ीक़त भी जानती है।
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कमल नाथ ने कहा कि बेहद शर्मनाक है कि कांग्रेस सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया, जिसे खुद भाजपा सरकार ने विधानसभा में लिखित रूप में स्वीकार किया, उसको लेकर झूठ बोलने पर माफ़ी माँगने की बजाय आज भी शिवराज- सिंधिया की जोड़ी झूठ परोसती रही। हमने कभी संबल योजना बंद नहीं की, उल्टा हमने शिवराज सरकार से ज्यादा हितग्राहियों को लाभ दिया, हमने कन्या विवाह योजना की बढ़ी हुई राशि हितग्राहियों को प्रदान की, हमने अतिवृष्टि व बाढ़ में किसानों को तत्काल मुआवजा प्रदान किया।मैंने शिवराज जी की तरह बाढ़ पर्यटन नहीं किया, खराब फसलों को हाथ में लेकर खेतों में फोटो नहीं खिंचाये, मैंने तो किसानों को वास्तविक मुआवजा व सहायता प्रदान कर राहत प्रदान की लेकिन झूठ बोलने के आदी शिवराज जी और उनके साथ अब उन्हीं की तरह झूठ बोलने वाले सिंधिया इन योजनाओं को लेकर झूठ परोस रहे हैं। प्रदेश की जनता इनकी सच्चाई को भली भाँति जानती है और चुनावों में इसका जवाब भी देगी।
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