'मणिपुर में कुछ नहीं कर पाए तो बंगाल में कैसे?', ईडी टीम पर हुए हमले को लेकर BJP पर बरसे अधीर रंजन

Adhir Ranjan
ANI
अंकित सिंह । Jan 6 2024 3:51PM

चौधरी ने कहा कि ये स्पष्ट है कि सत्तारूढ़ पार्टी की मदद पीछे से है ये इनको पीछे से मदद देती है तभी बंगाल में 'काका बाबू', 'खोका बाबू', शाहजहां और 'नूरजहां' की कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है तो उन्हें कुछ करके दिखाना चाहिए।

कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों की टीम पर भीड़ के हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच संबंध का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष किया। पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मांग की कि राज्य के अशांत क्षेत्रों में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए, लेकिन यह भी कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाला केंद्र ऐसा नहीं करेगा क्योंकि उसके पास साहस नहीं है।

इसे भी पढ़ें: कांग्रेस के लिए ‘दिल खुला’ है, जरूरत पड़ी तो अकेले भी उतर सकते हैं चुनाव मैदान में: तृणमूल कांग्रेस

चौधरी ने कहा कि ये स्पष्ट है कि सत्तारूढ़ पार्टी की मदद पीछे से है ये इनको पीछे से मदद देती है तभी बंगाल में 'काका बाबू', 'खोका बाबू', शाहजहां और 'नूरजहां' की कोई कमी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी में हिम्मत है तो उन्हें कुछ करके दिखाना चाहिए। वे मणिपुर में कुछ कर नहीं पाए। तो बंगाल में कैसे करेंगे? कांग्रेस नेता ने कहा कि हम कम से कम अशांत क्षेत्र में राष्ट्रपति शासन चाहते हैं। लेकिन उनमें हिम्मत नहीं है, वे सिर्फ बड़े-बड़े दावे करते हैं। शायद मोदी जी और दीदी के बीच गहरा संबंध है इसलिए ऐसा नहीं हो पा रहा।

कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि संदेशखाली में जो घटना घटी, वैसी घटना भारत में कहीं नहीं होती। आज गुंडों में इतनी हिम्मत है, ये उसका उदाहरण था। यह घटना इस राज्य में सत्तारूढ़ दल और पुलिस बल के बीच संबंध को साबित करती है। उन्होंने कहा कि यह अपवित्र संबंध संदेशखाली घटना से परिलक्षित होता है। कानून व्यवस्था की स्थिति दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है लेकिन भाजपा चुप है... ठोस कदम समय की मांग है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। 

इसे भी पढ़ें: 'लक्षद्वीप जाकर फोटो खिंचवाते हैं, ये महापुरुष मणिपुर क्यों नहीं गए?' खड़गे का PM Modi पर बड़ा वार

इस बीच, भाजपा ने यह भी मांग की कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए क्योंकि यह "पश्चिम बंगाल को बचाने का एकमात्र तरीका" है। भाजपा ने कहा कि ये हमला सिर्फ ईडी अधिकारियों पर नहीं, बल्कि भारत की कानूनी व्यवस्था पर था. इस घटना ने एक बार फिर दिखाया है कि कोई आदेश नहीं, कोई कानून नहीं, केवल टीएमसी की गुंडागर्दी है। जबकि तृणमूल कांग्रेस ने अपनी बैठक के दौरान कांग्रेस और I.N.D.I.A ब्लॉक के अन्य सहयोगियों के साथ मजबूती से मंच साझा किया, टीएमसी ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनावों के लिए पश्चिम बंगाल में सीट-बंटवारे के संबंध में सबसे पुरानी पार्टी के लिए उसका "खुला दिल" है। लेकिन वार्ता विफल होने पर वह अकेले जाने के लिए भी तैयार थी।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़