अगर शिक्षकों की बातें खुद आतिशी सुन लेती तो फिर वह इधर-उधर क्यों भटकते - अरविंदर सिंह लवली

Arvinder Singh lovely
प्रतिरूप फोटो
instagram

सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आतिशी कह रही है कि यह पूरा ट्रांसफर आदेश डायरेक्टर एजुकेशन ने किया है लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि डायरेक्टर एजुकेशन ट्रांसफर करने का अधिकार रखता है लेकिन पॉलिशी बनाने का नहीं तो जब तक पॉलिशी बनेगी नहीं फिर वह आर्डर कैसे दे देगा।

नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता सरदार अरविंदर सिंह लवली ने आज एक पत्रकार वार्ता में कहा कि शिक्षा एक ऐसा विषय रहा है, जिसपर हमने कभी राजनीति नहीं की लेकिन वर्तमान शिक्षा मंत्री आतिशी का 5000 शिक्षको के ट्रांसफर ऑर्डर मामले में लगातार बयान आना सिर्फ उनकी गंदी राजनीति का एक हिस्सा है।

सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि आतिशी कह रही है कि यह पूरा ट्रांसफर आदेश डायरेक्टर एजुकेशन ने किया है लेकिन उन्हें इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि डायरेक्टर एजुकेशन ट्रांसफर करने का अधिकार रखता है लेकिन पॉलिशी बनाने का नहीं तो जब तक पॉलिशी बनेगी नहीं फिर वह आर्डर कैसे दे देगा। अगर किसी पॉलिशी में मंत्री नहीं शामिल हैं तो फिर ऐसे मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिक्षकों की बातें खुद आतिशी सुन लेती तो फिर वह इधर-उधर क्यों भटकते।

सरदार अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि पिछले पांच सालों में शिक्षा के स्तर में भारी गिरावट आई है। पिछले पांच सालों में कुल 177 एजुकेशनल इंस्टीट्यूट कम हो गए हैं। 

इतना ही नहीं इस साल 2,80,000 बच्चों ने क्लास 9वीं की परीक्षा दी जिसमें से 1,05,000 बच्चे फेल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को सिर्फ इसलिए फेल किया जाता है ताकि 10वीं के परिणाम अच्छे आ सके। लेकिन सच्चाई यही है कि आज 10वीं के रिजल्ट भी 2013 की तुलना में कम हो गए हैं। इतना ही नहीं 2013 के बाद ऐसे स्कूल जिनमें 100 फीसदी परिणाम आए थे, 35 फीसदी स्कूलों की संख्या में गिरावट आई हैं। डिविजन में भी परिणाम कम है और "नीट" जिसमें साल 2013 में 8 फीसदी भागीदारी दिल्ली सरकार के स्कूलों के बच्चों की हुआ करती थी, आज वह मात्र 2 फीसदी हो गई है।

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़