जब विंग कमांडर ने गृह मंत्री शाह बनकर राज्यपाल को किया फोन, जानें फिर क्या हुआ ?
मध्यप्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने शुक्रवार को भारतीय वायु सेना के एक विंग कमांडर और उसके एक डॉक्टर मित्र को गिरफ्तार किया है। विंग कमांडर ने अपने डॉक्टर मित्र को प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्त कराने के लिये राज्यपाल को कथित तौर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रुप में फोन किया था।
भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने शुक्रवार को भारतीय वायु सेना के एक विंग कमांडर और उसके एक डॉक्टर मित्र को गिरफ्तार किया है। विंग कमांडर ने अपने डॉक्टर मित्र को प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्त कराने के लिये राज्यपाल को कथित तौर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रुप में फोन किया था।
मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अशोक अवस्थी ने ‘पीटीआई- भाषा’ को बताया, ‘‘हमने विंग कमांडर कुलदीप वाघेला और उनके एक दंत चिकित्सक मित्र डॉ. चंद्रेश कुमार शुक्ला को गिरफ्तार किया है। वाघेला ने शुक्ला को कुलपति नियुक्त करने के लिये राज्यपाल को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रुप में फोन कर सिफारिश की थी।’’
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उन्होंने बताया कि दोनों की आयु 35 से 40 वर्ष के बीच है। वाघेला फिलहाल भारतीय वायु सेना के मुख्यालय, दिल्ली में पदस्थ हैं जबकि शुक्ला भोपाल के निवासी हैं। अवस्थी ने बताया कि वाघेला पूर्व में मध्यप्रदेश के राज्यपाल राम नरेश यादव के कार्यकाल में तीन वर्ष तक उनके एडीसी (परिसहाय) के रुप में यहां राजभवन में पदस्थ रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि भोपाल के डेंटिस्ट चंद्रेश कुमार शुक्ला जबलपुर स्थित प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति पद के इच्छुक थे और उन्होंने इसके लिये आवेदन किया था। शुक्ला का तीन जनवरी को इसके लिये साक्षात्कार हो चुका था।
एडीजी ने बताया कि शुक्ला ने अपने मित्र वाघेला को बताया कि वह कुलपति बनना चाहते हैं और कोई वरिष्ठ नेता उनके नाम की सिफारिश राज्यपाल से करे तो यह काम हो सकता है।अवस्थी ने बताया कि इसके बाद दोनों दोस्तों साजिश रची और वाघेला ने गृह मंत्री अमित शाह बनकर राज्यपाल को फोन पर बात कर शुक्ला को कुलपति बनाने की सिफारिश की। इस फोन कॉल में डॉक्टर शुक्ला ने केन्द्रीय गृह मंत्री शाह के पीए के रुप में बात की।
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उन्होंने बताया कि इस फोन कॉल के बाद राजभवन के अधिकारियों को संदेह हुआ और इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी गई। एसटीएफ की जांच में इस धोखधड़ी का खुलासा हुआ और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि एसटीएफ मामले में वाघेला और शुक्ला से पूछताछ कर रही है।
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