हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज बंदला प्रथम वर्ष की कक्षाएं इसी वर्ष 8 नवम्बर से होगी आरम्भ
उन्होंने निर्माण एजेंसी को कक्षाएं आरम्भ करने के लिए आवश्यक कार्यों को पहले पूर्ण करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आॅडिट में उठाए गए प्रश्नों के संतोशजनक उत्तर के बाद एनपीसीसी को लम्बित राशि जारी कर दी जाएगी तथा एक उत्कृष्ठ संस्थान के निर्माण में धनराशि आड़े नहीं आने दी जाएगी।
बिलासपुर । हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज सोसाईटी बंदला के शासक मण्डल की बैठक प्रधान सचिव राजस्व एवं तकनीकि शिक्षा ओंकार शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
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बैठक में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज बंदला में प्रथम वर्ष की कक्षाएं इसी वर्ष 8 नवम्बर से आरम्भ की जा रही है। काॅलेज निर्माण के कार्यों में तेजी लाने के लिए लगातार निगरानी व समीक्षा की जा रही है। उन्होंने काॅलेज के निर्माण में लगी एजेंसी एनपीसीसी को मुख्य प्रशासनिक खण्ड, छात्रावास भवन के दोनों ब्लाॅक तथा अन्य निर्माण कार्यों को समयबद्ध रुप से निश्चित समय में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कक्षाएं आरम्भ करने से पहले अध्ययन कक्ष में फर्नीचर उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।
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उन्होंने कहा कि काॅलेज में चार कोर्स आरम्भ करने की एआईसीटीई से अनुमोदन प्राप्त हो गया है जिसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की कक्षाएं इसी वर्ष से आरम्भ की जा रही है तथा भविष्य में कम्प्यूटर तथा मकैनिकल इंजीनियरिंग की कक्षाएं आरम्भ की जाएगी।
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उन्होंने निर्माण एजेंसी को कक्षाएं आरम्भ करने के लिए आवश्यक कार्यों को पहले पूर्ण करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आॅडिट में उठाए गए प्रश्नों के संतोशजनक उत्तर के बाद एनपीसीसी को लम्बित राशि जारी कर दी जाएगी तथा एक उत्कृष्ठ संस्थान के निर्माण में धनराशि आड़े नहीं आने दी जाएगी।
शासक मण्डल की बैठक में काॅलेज निर्माण की लागत राशि में वृद्धि के विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया जिसमें निदेशक तकनीकी शिक्षा, उपायुक्त बिलासपुर, प्रधानचार्य हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज बंदला तथा एनटीपीसी तथा एनएचपीसी के प्रतिनिधि भी सदस्य होंगे।
उन्होंने काॅलेज के शासक मण्डल से काॅलेज में बी.टेक हाईड्रों की डिग्री कोर्स को आरम्भ करने की सम्भावनाओं को तलाशनें का आग्रह किया ताकि हाईड्रो इंजीनियरिंग के नाम को सार्थक किया जा सके। उन्होंने शीघ्र ही इस सम्बन्ध में एक ठोस प्रस्ताव तैयार करने को कहा ताकि उसे एआईसीटीई को अनुमोदन के लिए भेजा जा सके। उन्होंने काॅलेज के पूर्ण क्षमता में चलने के पश्चात भविष्य में छात्रावास में और अधिक कमरों का प्रावधान करने को कहा जिसमें एकल, डबल व तीन की क्षमता वाले कमरों का प्रावधान किया जा सकता है।
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बैठक में कार्यकारी एंजेसी एनपीसीसी द्वारा काॅलेज के मास्टर प्लान पर एक प्रस्तुतिकरण भी किया गया तथा लड़कों व लड़कियों के छात्रावास, सड़क, चार दिवारी, बारिश के पानी का संग्रहण तथा बुनियादी ढांचे के समयबद्ध निर्माण पर चर्चा की गई। बैठक में अनाथ बच्चों के सेमेस्टर की फिस में रियायत देने के मद को भी अनुमोदित किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त पंकज राय, निदेशक तकनीकी शिक्षा विवेक चंदेल, प्रधानाचार्य हाईड्रो इंजीनियरिंग काॅलेज बंदला आर.के. अवस्थी, उप निदेशक तकनीकी शिक्षा दिपक आंगरा, प्रबंध निदेशक पी.एस.के. अरुण कुमार, संयुक्त महा प्रबंधक पंकज कुमार हाईड्रो इंजीनियरिंग प्रो. उमेश राठोर व आईटीआई प्रधानाचार्य काली दास व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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