9 सालों में मोदी सरकार ने कैसे लाए अंतरिक्ष क्षेत्र में अच्छे दिन? ISRO 2024 तक लॉन्च करेगा मंगलयान 2
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी भागीदारी के दरवाजे खोले, परिणामस्वरूप अंतरिक्ष क्षेत्र में लगभग तीन वर्षों के भीतर 105 से अधिक स्टार्टअप देखने को मिले। भारत के अन्य प्रमुख अंतरिक्ष कार्यक्रमों में मंगलयान 2 भी शामिल है।
एनडीए सरकार के नौ साल पूरे होने पर आकाशवाणी समाचार सरकार द्वारा की गई पहलों पर विशेष कहानियों की एक श्रृंखला लगातार प्रस्तुत की जा रही है। इसी क्रम में अंतरिक्ष क्षेत्र मोदी सरकार के कार्यों को रेखांकित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र को निजी भागीदारी के दरवाजे खोले, परिणामस्वरूप अंतरिक्ष क्षेत्र में लगभग तीन वर्षों के भीतर 105 से अधिक स्टार्टअप देखने को मिले। भारत के अन्य प्रमुख अंतरिक्ष कार्यक्रमों में मंगलयान 2 भी शामिल है। आकाशवाणी संवाददाता के अनुसार मार्स ऑर्बिटर मिशन (जिसे मंगलयान भी कहा जाता है) के मंगल ग्रह की कक्षा में सफल होने के बाद, इसरो ने 28 अक्टूबर 2014 को मंगल ग्रह के लिए दूसरा मिशन शुरू करने की अपनी मंशा की घोषणा की थी।
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जनवरी 2016 में भारत और फ्रांस ने 2020 तक संयुक्त रूप से एमओएम 2 बनाने के लिए इसरो और सीएनईएस के लिए एक आशय पत्र पर हस्ताक्षर किए। लेकिन अप्रैल 2018 तक फ्रांस मिशन में शामिल नहीं था। 2017 के अपने बजट प्रस्ताव में भारत सरकार द्वारा वित्तपोषित एमओएम 2। विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के पूर्व निदेशक डॉ. के सिवन ने घोषणा की कि मंगलयान 2 केवल एक ऑर्बिटर मिशन होगा। मिशन में मंगल के शुरुआती चरणों, इसकी शुरुआती परत, हाल के बेसाल्ट और बोल्डर गिरने जैसी चल रही गतिविधियों को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक बहुत ही उच्च-रिज़ॉल्यूशन वाला पैनक्रोमेटिक कैमरा और एक रडार शामिल होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इस मिशन को 2024 तक लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
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