मध्य प्रदेश के चार बड़े शहरों में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति, अस्पताल से लेकर शमशान घाट तक इंतजार
दिनेश शुक्ल । Apr 13 2021 9:51PM
भोपाल में 1,456 नए केस मिले और 5 मौत हुई हैं। ग्वालियर में 576 संक्रमित मिले जबकि 6 लोगों की जान गई। जबलपुर में 552 नए मरीज मिले और 4 मरीजों की मौत हो गई। ग्वालियर में संक्रमण दर सबसे ज्यादा 33% और भोपाल में 28% है।
भोपाल। मध्य प्रदेश के कोरोना संक्रमण के बिगड़े हालात के बीच प्रमुख शहरों में लॉककडाउन और नाइट कर्फ्यू के बाद भी कोरोना की रफ्तार बनी हुई है। मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही संसाधन कम पड़ते जा रहे हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में तो श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए भी परिजनों को इंतजार करना पड़ रहा है।
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प्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 4,136 नए केस सामने आए हैं और 21 लोगों की मौतें हुई हैं। इंदौर में सबसे ज्यादा 1,552 संक्रमित मिले हैं और 6 मौतें हुई हैं। भोपाल में 1,456 नए केस मिले और 5 मौत हुई हैं। ग्वालियर में 576 संक्रमित मिले जबकि 6 लोगों की जान गई। जबलपुर में 552 नए मरीज मिले और 4 मरीजों की मौत हो गई। ग्वालियर में संक्रमण दर सबसे ज्यादा 33% और भोपाल में 28% है।
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अस्पताल से श्मशान घाट तक इंतजार
जबलपुर के चौहानी श्मशान घाट में सोमवार को 30 कोरोना संक्रमितों के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। प्रशासन के रिकॉर्ड में 2 दिन में 8 मौतें हुई हैं। वहीं दो कोरोना संदिग्ध शवों का अंतिम संस्कार किया गया। यहां एक चिता की लपटें बुझते ही दूसरी चिता सजानी पड़ रही है। भोपाल के भदभदा विश्राम घाट की भी यही स्थिति है। यहां सोमवार को 41 कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार किया गया। जगह न होने से जलती चिताओं के बीच बेहद नजदीक दूसरी चिताएं सजाई जा रही थीं। इंदौर में भी अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
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