गुजरात में जुलाई में हुई भारी बारिश, राज्य सरकार मुस्तैदी से कर रही जान-माल की सुरक्षा

Gujarat Rain
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मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य प्रशासन अपनी पूरी व्यवस्था के साथ हर स्तर पर भारी बारिश के कारण उत्पन्न समस्याओं का समाधान कर रही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जान-माल की क्षति कम से कम हो। राज्य भर में NDRF की 18 टीमें मुस्तैदी से तैनात हैं।

नई दिल्ली। गुजरात में मानसून की शुरुआत के पहले 15 दिनों के भीतर ही सीजन की 45% से अधिक बारिश हो गई है। इस वजह से राज्य के कई स्थानों में जल भराव की स्थिति पैदा हो गई है। हालांकि, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार एवं प्रशासन बचाव व राहत कार्यों पर पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने भी सक्रियता दिखाते हुए विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और सभी प्रभावित क्षेत्रों के जिला अधिकारियों को त्वरित और उचित कार्रवाई के लिए निर्देश दिए।

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भारी बारिश और प्रशासन की व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य प्रशासन अपनी पूरी व्यवस्था के साथ हर स्तर पर भारी बारिश के कारण उत्पन्न समस्याओं का समाधान कर रही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि जान-माल की क्षति कम से कम हो। राज्य भर में NDRF की 18 टीमें मुस्तैदी से तैनात हैं। इसके अलावा गुजरात में 18 SDRF प्लाटून भी तैनात किए गए हैं। कुल 8 टीमें (NDRF-SDRF) स्टैंड बाय पर रखी गई हैं। इसके अलावा 33,000 से अधिक लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है”।

प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को शेल्टर होम, खाने के पैकेज और सभी आवश्यक चीज़ें उपलब्ध कराई जा रही हैं। भारी बारिश के कारण हुए नुकसान का मुआयना करने के लिए राज्य प्रशासन प्रभावित क्षेत्रों में विस्तृत सर्वे करेगा। भारी बारिश के कारण करीब 5150 गांवों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई है। अब तक राज्य के 5110 गांवों में बिजली आपूर्ति से संबंधित मरम्मत का काम सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। गुजरात में बाधित मार्गों, आपात कालीन हेल्पलाइन और वर्षा से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी प्रसारित करने के लिए राज्य प्रशासन सभी संभव माध्यमों का उपयोग कर रहा है। इसके अलावा, मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सफाई और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए 156 नगर पालिकाओं को 17.1 करोड़ रुपये सहायता राशि देने की भी घोषणा की है।

जुलाई में हुई बरसात के कारण जो चीज़े अच्छी हुई हैं उनमें, राज्य के किसानों द्वारा 44,36,980 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर खरीफ फसलों की बुवाई करना, जो खरीफ फसलों के 50% से अधिक क्षेत्र को कवर करता है और गुजरात के सभी प्रमुख बांधों का लगभग 50% पानी से भर जाना प्रमुख हैं।

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उल्लेखनीय है कि सरदार सरोवर बांध में भी 48 फीसदी जल संग्रह हो चुका है। आंकड़ों पर नजर डालें तो इस साल जुलाई के पहले 14 दिनों में औसत बारिश पिछले साल की तुलना में दोगुनी हुई है, यानी पिछले साल के 155.92 मिमी. की तुलना में इस वर्ष 397.02 मिमी. बारिश हुई। राज्य में औसतन 850 मिमी. बारिश होती है। इस वर्ष जुलाई महीने में हुई कुल वर्षा का 50% से अधिक (8-11 जुलाई, 2022 तक) वर्षा 20 तालुकाओं में हुई है। वहीं, सभी तालुकाओं में अब तक 50 मिमी. से अधिक बारिश हो चुकी है। यह उल्लेखनीय है कि एक दशक में पहली बार गुजरात में जुलाई महीने में इतनी भारी बारिश हुई है।

NDRF की टीम ने बचाया कई लोगों का जीवन

11 जुलाई 2022 को नर्मदा के कर्जन में 21 लोगों के नदी बेसिन में फंसने की सूचना मिली थी। पहले उनका बचाव के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की जानी थी लेकिन खराब मौसम और बचाव कार्य में लगने वाले संभावित समय को देखते हुए NDRF की टीम ने बहती नदी में उतरकर वहां फँसे लोगों को बचाने का फ़ैसला किया। NDRF के जवानों की बहादुरी से सभी 21 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।

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