शीला दीक्षित में था लोगों को जोड़ने का अद्भुत गुण: कांग्रेस नेता
दिल्ली कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष यूसुफ कहते हैं कि दिल्ली की अपनी सीमाएं हैं और वह ये बात जानती थीं।
नयी दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित में खुद से लोगों को जोड़ने का और बातचीत के जरिए मतभेद को दूर करने का बेहतरीन गुण था और लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने में इन गुणों ने अहम भूमिका निभाई। दीक्षित के मंत्रिमंडल में 2001 से 2013 तक मंत्री रह चुके हारून यूसुफ बताते हैं कि दीक्षित को मेजबानी करने का बेहद शौक था और वह अपने कैबिनेट सहयोगियों को अक्सर नाश्ते पर बुलाती थीं और इस तरह अनेक मुद्दे हल हो जाया करते थे।
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दिल्ली कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष यूसुफ कहते हैं कि दिल्ली की अपनी सीमाएं हैं और वह ये बात जानती थीं। उन्होंने विरोध करने वाला रुख कभी नहीं अपनाया, बल्कि उन्हें प्रयास करते रहने पर विश्वास था और इसी लिए जब कभी केन्द्र अथवा नौकरशाही में कोई काम फंस जाता था तो उनके इसी रुख के कारण पूरा हो जाता था। दिल्ली कांग्रेस के नेता एवं पांच बार के सांसद जय प्रकाश अग्रवाल कहते हैं जब किसी मुद्दे पर राय भिन्न होती थी तो उसे सुलझाने की उनमें कला थी।
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उन्होंने कहा कि उनके इस गुण ने उन्हें 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री बने रहने में मदद की। उनके काम करने के तरीके से नौकरशाह भी प्रसन्न रहते थे। दो बार के सांसद महाबल मिश्रा कहते है कि उनके सकारात्मक रवैये ने उन्हें लगातार तीन कार्यकाल दिलाए। हर दिल अजीज इस नेता का शनिवार को निधन हो गया।
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