बालिका वधू सीरियल से प्रेरित हुआ गुजरात का यह गांव, 10 से 21 साल की युवा महिलाएं लड़ेंगी बालिका पंचायत चुनाव
इस गांव में 10 से 21 साल की युवा महिलाएं चुनाव लड़ेगी और यह केवल लड़कियां परिषद वयस्क गांव के समान चलेगी और गांव में किशोर लड़कियों और महिलाओं से सबंधित मुद्दों का पूरा समाधान करेगी। सोमवार को होने वाले चुनाव में लड़कियों ने रैलियों, डोर-टू-डोर प्रचार और मतदाता सभाओं के साथ पूरे गांव में प्रचार करेंगी।
गुजरात के कच्छ में एक प्रगतिशील गांव बालिका पंचायत के माध्यम से गांव की महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में बहुत तेजी से काम किया जा रहा है। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, लोकप्रिय टेलीविजन सीरियल बालिका वधू से सबक लेते हुए पंचायत ने यह बड़ा कदम उठाया। बता दें कि इस बड़े फैसले का उद्देशय केवल महिला किशोरों के आसपास के मुद्दों को संबोधित करना है। इनका मुख्य उद्देशय- लड़कियों के लिए, लड़कियों द्वारा, लड़कियों के लिए! है। भुज में जिला मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर दूर कुनरिया गांव में करीब 4000 लोगों की आबादी है।
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इस गांव में 10 से 21 साल की युवा महिलाएं चुनाव लड़ेगी और यह केवल लड़कियां परिषद वयस्क गांव के समान चलेगी और गांव में किशोर लड़कियों और महिलाओं से सबंधित मुद्दों का पूरा समाधान करेगी। सोमवार को होने वाले चुनाव में लड़कियों ने रैलियों, डोर-टू-डोर प्रचार और मतदाता सभाओं के साथ पूरे गांव में प्रचार करेंगी और बता दें कि इस चुनाव का रिजल्ट भी उसी दिन घोषित कर दिया जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि, इस सरपंच पद के लिए केवल आठ प्रत्याशी खड़े हुए , जिनमें से चार ने अपनी उम्मीदवारी वापिस ले लिया है। अब मुकाबला भारती गरवा, रुबीना नोड, त्रुशाली सुथार, और अफसाना सुमरा के बीच है। यह चारों उम्मीदवार प्रत्येक गांव के 450 वोटर्स को समझा रहे है कि सरपंच के रूप में क्यों वोट देना जरूरी है।
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