फडणवीस पर चौंकाने के बाद अब गुजरात वाले पैटर्न पर महाराष्ट्र में भी होगा 'पूरे घर को बदल डालूंगा' फॉर्मूला लागू?
मंत्रिमंडल विस्तार पर फैसला लेने के लिए दोनों के भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की संभावना है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान, प्रमुख मंत्रालयों के लिए अंदरूनी कलह और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मंजूरी में देरी के कारण प्रक्रिया में देरी हुई।
महाराष्ट्र को नई सरकार बनने के लगभग एक महीने बाद मंत्रिपरिषद के विस्तार को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 30 जून को पद की शपथ लेने के बाद बुधवार को छठी कैबिनेट बैठक की। सरकारी अधिकारियों के अनुसार सीएम ने शाम के कार्यक्रम को मंजूरी दे दी और फिर फडणवीस के साथ दिल्ली के लिए उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। मंत्रिमंडल विस्तार पर फैसला लेने के लिए दोनों के भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की संभावना है। भाजपा के सूत्रों ने कहा कि विभागों के बंटवारे को लेकर खींचतान, प्रमुख मंत्रालयों के लिए अंदरूनी कलह और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से मंजूरी में देरी के कारण प्रक्रिया में देरी हुई।
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नए चेहरों को दी जाएगी तरजीह?
नब्बे के दशक का हिट विज्ञापन जब घर का एक बल्ब फ्यूज हो जाता है तो असरानी बल्ब खरीदने निकल पड़ते हैं। दुकानदार उनको बल्ब-ट्यूब बनाने वाली पॉपुलर ब्रांड कंपनी के बल्बों के टिकाऊपन के बारे में बताता है, तो जोश में आकर वह बोल उठते हैं- ‘पूरे घर के बदल डालूंगा!’ ठीक इसी तरह का प्रयोग बीजेपी ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात में भी किया था। नए सीएम के साथ शपथ लेने वाले 21 चेहरे ऐसे थे जो पहली बार मंत्री बने थे। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में भी कुछ इसी तरह की कवायद बीजेपी की तरफ से की जा सकती है। पुराने चेहरों की बजाए नए चेहरों को तरजीह दी जा सकती है।
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फडणवीस पर आया था चौंकाने वाला फैसला
महाराष्ट्र में शिवसेना के सियासी संकट के बीच जब शिंदे गुट ने बगावत की उसके बाद से ही सारे खेल के केंद्र बिंदु में देवेंद्र फडणवीस ही नजर आ रहे थे। लेकिन बीजेपी ने चौंकाते हुए एकनाथ शिंदे को सीएम बना दिया और फिर नाटकीय घटनाक्रम के बाद देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। अब कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के कैबिनेट विस्तार में भी चौंकाने वाले फैसले लिए जा सकते हैं।
पहली बार विधानसभा पहुंचने वाले नार्वेकर को बनाया स्पीकर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राहुल नार्वेकर को महाराष्ट्र विधानसभा का अध्यक्ष बनाया है। राहुल नार्वेकर सबसे काम उम्र के विधानसभा अध्यक्ष बने हैं और वो पहली बार विधानसभा में जीत कर पहुंचे हैं। बीजेपी की पिछली फडणवीस सरकार में बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार, गिरीश महाजन, आशीष शेलार, चंद्रकांत पाटिल मंत्री थे। लेकिन अगर कैबिनेट गठन में गुजरात फॉर्मूला लागू होता है तो पिछली सरकार में मंत्री रहे कई बड़े चेहरे इससे नदारद हो सकते हैं। बता दें कि दिसंबर के महीने में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने नवनियुक्त मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मंत्रिपरिषद में 24 नए सदस्यों को शामिल किया। इन नए मंत्रियों में 21 पहली बार मंत्री बने हैं। नए मंत्रिपरिषद में, निवर्तमान मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के मंत्रिपरिषद के किसी सदस्य को शामिल नहीं किया गया है।
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