राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने हिमाचली काला जीरा पर तैयार विशेष आवरण का अनावरण किया
डाक विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचली काला जीरा प्रदेश के किन्नौर, लाहौल-स्पीति, पांगी और भरमौर के वनों और घास वाले ऊॅंचे पहाड़ी क्षेत्रों में उगाया जाने वाला आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। उन्होंने कहा कि औषधीय गुणों के अतिरिक्त इसके बीज अपनी सुगंध और स्वाद के लिए जाने जाते हैं।
शिमला। राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज यहां राज भवन में भारतीय डाक विभाग के हिमाचल प्रदेश डाक वृत द्वारा तैयार हिमाचली काला जीरा पर तैयार विशेष आवरण का अनावरण किया।
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डाक विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचली काला जीरा प्रदेश के किन्नौर, लाहौल-स्पीति, पांगी और भरमौर के वनों और घास वाले ऊॅंचे पहाड़ी क्षेत्रों में उगाया जाने वाला आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है। उन्होंने कहा कि औषधीय गुणों के अतिरिक्त इसके बीज अपनी सुगंध और स्वाद के लिए जाने जाते हैं। इस मसाले की काफी अधिक मांग रहती है, क्योंकि काला जीरा फसल पकने के एक माह बाद ही दुकानों पर मिलना कठिन होता है।
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मुख्य पोस्टमास्टर जनरल, मीरा रंजन शेरिंग ने राज्यपाल को विभाग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रदान की। निदेशक डाक, सेवाएं दिनेश कुमार मिस्त्री और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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