सरकार ने भ्रष्टाचार के आरोप में DGCA अधिकारी को निलंबित किया

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नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बयान में कहा, ‘‘कदाचार के प्रति कतई न सहन करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति है। ऐसे किसी भी मुद्दे से हमेशा कानून के अनुसार कठोरतम तरीके से निपटा जाएंगे।’’

सरकार ने बुधवार को नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारी कैप्टन अनिल गिल को निलंबित कर दिया। विमानन नियामक कथित भ्रष्टाचार के आरोपों पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने पर विचार कर रहा है।

भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच, उनके खिलाफ प्रारंभिक जांच पूरी हो गई और रिपोर्ट हाल में नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंपी गई। मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, गिल को केंद्रीय सिविल सेवा नियमों की धारा 10 के तहत निलंबित कर दिया गया है।

इसके तहत नियुक्ति प्राधिकारी किसी सरकारी अधिकारी को उन मामलों में निलंबित कर सकता है, जहां व्यक्ति के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही पर विचार किया जा रहा है। वर्तमान में, गिल डीजीसीए में एयरोस्पोर्ट्स निदेशालय में निदेशक हैं।

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बयान में कहा, ‘‘कदाचार के प्रति कतई न सहन करने (जीरो टॉलरेंस) की नीति है। ऐसे किसी भी मुद्दे से हमेशा कानून के अनुसार कठोरतम तरीके से निपटा जाएंगे।’’

आदेश में कहा गया है कि निलंबन की अवधि के दौरान गिल को राष्ट्रीय राजधानी में रहना होगा। प्रारंभिक जांच केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के मानदंडों के अनुसार की गई थी।

रिपोर्टों के अनुसार, भ्रष्टाचार के आरोप डीजीसीए विभाग में उनके कार्यकाल से संबंधित हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर, डीजीसीए ने विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी में फेरबदल करना और उन्हें विभिन्न केंद्रों में स्थानांतरित करना भी शुरू कर दिया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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