Goa के स्थानीय निकाय ने ठेलों पर ‘गोभी मंचूरियन’ बेचने पर प्रतिबंध लगाया

Gobi Manchurian
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अधिकारी ने बताया कि इस व्यंजन को साफ-सुथरे तरीके से तैयार नहीं किये जाने के कारण स्वास्थ्य संबंधित चिंताएं को देखते हुये यह निर्णय लिया गया है। म्हापसा नगर पालिका (एमएमसी) की अध्यक्ष प्रिया मिशाल ने बताया कि निकाय ने पिछले हफ्ते एक प्रस्ताव पारित कर रेहड़ी-पटरी वालों द्वारा बेचे जाने वाले व्यंजन पर प्रतिबंध लगा दिया था।

पणजी। उत्तरी गोवा के एक स्थानीय निकाय ने अपने अधिकार क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े होने वाले ठेलों पर ‘गोभी मंचूरियन’ की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि इस व्यंजन को साफ-सुथरे तरीके से तैयार नहीं किये जाने के कारण स्वास्थ्य संबंधित चिंताएं को देखते हुये यह निर्णय लिया गया है। म्हापसा नगर पालिका (एमएमसी) की अध्यक्ष प्रिया मिशाल ने बताया कि निकाय ने पिछले हफ्ते एक प्रस्ताव पारित कर रेहड़ी-पटरी वालों द्वारा बेचे जाने वाले व्यंजन पर प्रतिबंध लगा दिया था। 

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मिशाल ने कहा, ‘‘ विक्रेता व्यंजन बनाते समय स्वच्छता का ख्याल नहीं रखते और ‘गोबी मंचूरियन’ तैयार करने के लिए रासायनिक रंगों का उपयोग करते हैं।’’ उन्होंने बताया कि पार्षद तारक अरोलकर ने यह मुद्दा उठाया और सुझाव दिया कि श्री बोडगेश्वर मंदिर के वार्षिक मेले के दौरान ‘गोबी मंचूरियन’ बेचने वालों को रेहड़ी या ठेला लगाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। अध्यक्ष ने कहा कि परिषद ने सर्वसम्मति से मंदिर मेले में व्यंजन की बिक्री की अनुमति नहीं देने का प्रस्ताव पारित किया और बाद में एमएमसी क्षेत्राधिकार में सड़क किनारे खड़े होने वाले सभी रेहड़ी या ठेलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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