गिरिराज सिंह ने PFI की RSS से तुलना की निंदा की, कुशवाहा बोले- यह राजनीतिक मुद्दा नहीं

Giriraj Singh
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केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर ढिल्लों की टिप्पणी को साझा करते हुए कहा, ‘‘आरएसएस मतलब राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र कल्याण, देश सेवा, जनकल्याण, मानवता और सौहार्द्र... आरएसएस मतलब संविधान के हिमायती।’’ उन्होंने कहा कि देश और दुनिया का हर समझदार व्यक्ति इस बात को जानता है सिवाय कुछ एजेंडावादियों और तुष्टिकरण के पैरोकारों के।

पटना। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को बिहार के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा इस्लामी चरमपंथी संगठन पीएफआई की तुलना आरएसएस से किए जाने की निंदा की जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड (जदयू) के एक शीर्ष नेता ने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है जिसपर टिप्पणी की जाए। सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर ढिल्लों की टिप्पणी को साझा करते हुए कहा, ‘‘आरएसएस मतलब राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र कल्याण, देश सेवा, जनकल्याण, मानवता और सौहार्द्र... आरएसएस मतलब संविधान के हिमायती।’’

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बिहार के बेगूसराय के भाजपा सांसद सिंह ने ट्वीट कर कटाक्ष किया, ‘‘ देश और दुनिया का हर समझदार व्यक्ति इस बात को जानता है सिवाय कुछ ‘‘एजेंडावादियों और तुष्टिकरण’’ के पैरोकारों के।’’ पटना के फुलवारीशरीफ इलाके में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों द्वारा युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा था कि जैसे आरएसएस अपनी शाखा आयोजित करता है और लाठी का प्रशिक्षण देता है उसी प्रकार से ये लोग युवाओं बुलाकर उन्हें शारीरिक प्रशिक्षण देते थे और उनका ब्रेनवाश कर उनके माध्यम अपना एजेंडा लोगों तक पहुंचाने का काम करते थे।

जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा कि कार्रवाई करने की जिनकी जवाबदेही है वे लोग देखेंगे। उन्होंने कहा कि यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं जिसपर टिप्पणी की जाए। यह पूछे जाने पर कि ढिल्लों ने गलत कहा या सही, कुशवाहा ने कहा कि इसका भी प्रमाणपत्र वह कैसे दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर इसमें कोई गलती है तो संबंधित प्राधिकार उसे देखेगा और कार्रवाई करेगा क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुडा विषय है उसके लिए जो एजेंसियां हैं वे उसे देखेंगी।

पूर्व केंद्रीय मंत्री भी कुशवाहा से जब यह कहा गया कि भाजपा इन अधिकारी सेमाफी मांगने की मांग कर रही है, तब उन्होंने कहा, ‘‘माफी मांगने भर से उनकी गलती का इलाज हो जाएगा या नहीं होगा-- इसपर भी हम कैसे कोई टिप्पणी कर सकते हैं। इसबारे में तो उनका सर्विस कोर्ड और जो तंत्र है वह देखेगा कि वास्तव में क्या और कितनी गलती है, उसकी क्या सजा हो सकती है। माफी दी जा सकती है या क्या किया जा सकता है संबंधित पक्ष के लोग ही देखेंगे।’’

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जब उनसे कहा गया कि वह केंद्रीय मंत्री भी रहे र्हैं, ऐसे में एसएसपी की टिप्पणी पर उनकी क्या राय है, तब कुशवाहा ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों पर भी टिप्पणी होती है। ऐसे में सभी विषय को एकसाथ जोड कर नहीं देखा जा सकता है। टिप्पणी करने वाले तो करते ही हैं।’’ उल्लेखनीय है कि बिहार अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार ने पटना एसएसपी की ‘‘संदर्भ से बाहर’’ टिप्पणी को अस्वीकार कर दिया है।

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