बागी विधायकों को गहलोत का संदेश, आलाकमान माफ करता है तो मैं भी उन्हें गले लगा लूंगा
राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान में विधायकों को तोड़ने की आशंका के बीच कांग्रेस एवं उसके समर्थक विधायकों को शुक्रवार को राजधानी जयपुर से दूर सीमावर्ती शहर जैसलमेर स्थानांतरित कर दिया गया।
गहलोत ने कहा,‘‘... हम किसी की परवाह नहीं कर रहे हैं, हम तो लोकतंत्र की परवाह कर रहे हैं। हमारी लड़ाई किसी से नहीं है। लड़ाई होती है लोकतंत्र में विचारधारा की, नीतियों की, कार्यक्रमों की होती है। लड़ाई ये नहीं होती है कि आप चुनी हुई सरकार को बर्बाद कर दो, उसको गिरा दो, फिर लोकतंत्र कहां बचेगा?हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए है, व्यक्तिगत किसी के खिलाफ नहीं है।’’ गहलोत ने कहा,‘‘मोदी जी प्रधानमंत्री हैं, जनता ने उनको दो बार उनको मौका दिया है, उन्होंने थाली बजवाई, ताली बजवाई, मोमबत्ती जलवायी, लोगों ने उनकी बात पर विश्वास किया, ये बहुत बड़ी बात है। उन प्रधानमंत्री को चाहिए कि जो कुछ तमाशा हो रहा है राजस्थान में, वह उसको बंद करवाएं।’’ मुख्यमंत्री ने विधानसभा सत्र की तारीख घोषित होने के बाद विधायकों के रेट बढ़ने की बात दोहराते हुए कहा,‘‘ खरीद-फरोख्त की दर बढ़ गई है, जैसे ही विधानसभा सत्र की घोषणा हुई और कीमत बढ़ा दी उन्होंने, आप बताइए क्या तमाशा हो रहा है?’’ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा सरकार के खिलाफ ट्वीट किए जाने के बारे में गहलोत ने कहा कि सिंह तो अपनी झेंप मिटा रहे हैं जबकि आडियो टेप मामले में उन्हें नैतिकता के आधार पर खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिए।WATCH: ...Prime Minister should stop the 'tamasha' going on in Rajasthan. The rate for horse-trading has increased here. What 'tamasha' is this?: Rajasthan Chief Minister Ashok Gehlot in Jaisalmer pic.twitter.com/W9s9THllBJ
— ANI (@ANI) August 1, 2020
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उनके नेतृत्व से नाराज होकर अलग होने वाले सचिन पायलट एवं 18 अन्य कांग्रेस विधायकों के खेमे से कुछ लोगों की वापसी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फैसला पार्टी आलाकमान को करना है और अगर आलाकमान उन्हें माफ करता है तो वे भी बागियों को गले लगा लेंगे। गहलोत ने कहा,‘‘ये तो आलाकमान पर निर्भर करता है। आलाकमान अगर उनको माफ करता है तो मैं गले लगाऊंगा सबको, मेरा कोई प्रतिष्ठा का सवाल नहीं है। मुझे पार्टी ने बहुत कुछ दिया है।’’ उल्लेखनीय है कि राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान में विधायकों को तोड़ने की आशंका के बीच कांग्रेस एवं उसके समर्थक विधायकों को शुक्रवार को राजधानी जयपुर से दूर सीमावर्ती शहर जैसलमेर स्थानांतरित कर दिया गया। गहलोत ने कहा कि वह कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को एक और पत्र लिखेंगे। गहलोत ने कहा, ‘‘ मैं एक पत्र प्रधानमंत्री को लिखूंगा कि एक आप देश के मुख्यमंत्रियों के साथ एक और वीडियो कान्फ्रेंस करें क्योंकि देश एवं राज्य में कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं।’’ इसके साथ ही मुख्मयंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना प्रबंधन की शानदार व्यवस्था की है जिसकी चर्चा देश भर में है।
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