भारत और नेपाल को जोड़ने वाली भारत गौरव ट्रेन को हरी झंडी दिखायी गई

Gaurav Express
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कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने इंडियन कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) और रेल मंत्रालय के साथ मिलकर कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट और कई अन्य सर्किटों के लिए भारत गौरव पर्यटक ट्रेनों का प्रस्ताव रखा है।

नयी दिल्ली| केंद्र ने मंगलवार को भारत और नेपाल को जोड़ने वाली भारत गौरव ट्रेन को आधिकारिक रूप से हरी झंडी दिखाई। केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर रेड्डी ने कहा, भारत गौरव पर्यटक ट्रेन मंगलवार से 18 दिनों के लिए अपनी पहली श्री रामायण यात्रा शुरू करने जा रही है।

रामायण सर्किट पर चलने वाली ट्रेन की पहली यात्रा में अयोध्या, नंदीग्राम, सीतामढ़ी, वाराणसी, प्रयागराज, चित्रकूट, पंचवटी (नासिक), हम्पी, रामेश्वरम और भद्राचलम जैसे अन्य लोकप्रिय स्थलों के अलावा पहली बार जनकपुर (नेपाल में) का धार्मिक स्थल भी शामिल होगा।

उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने इंडियन कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) और रेल मंत्रालय के साथ मिलकर कृष्ण सर्किट, बौद्ध सर्किट और कई अन्य सर्किटों के लिए भारत गौरव पर्यटक ट्रेनों का प्रस्ताव रखा है।

रेड्डी ने कहा, भारत गौरव ट्रेनें देश के लोगों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत को दिखाने का एक प्रयास है।

रेल मंत्रालय द्वारा परिकल्पित भारत गौरव ट्रेनों की अनूठी अवधारणा, देश भर में बड़े पैमाने पर पर्यटन को बढ़ावा देने में सहायक होगी। भारत के सभी हिस्सों के लोगों को देश के स्थापत्य, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक चमत्कारों का पता लगाने का अवसर प्रदान करेगी।

वैष्णव ने कहा कि भारत गौरव ट्रेनों के पीछे मुख्य उद्देश्य भारत की विविध संस्कृति और समृद्ध विरासत को प्रदर्शित करना है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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