बिहार में गंगा, गंडक और कोसी खतरे के निशान से ऊपर, लगातार बारिश से बाढ़ का खतरा बरकरार
केंद्रीय जल आयोग पटना के निदेशक संजीव कुमार सुमन ने बताया है कि बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार बनी हुई है। अगर यहां बारिश होती रही तो स्थिति और भी बढ़ेगी।
बिहार में लगातार बाढ़ की स्थिति बरकरार है। बाढ़ से कई जिले प्रभावित हैं। लगातार हो रही बारिश ने बिहार में चिंता की लकीरें खींच दी हैं। इसके साथ-साथ गंगा, गंडक और कोसी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। केंद्रीय जल आयोग पटना के निदेशक संजीव कुमार सुमन ने बताया है कि बिहार में बाढ़ की स्थिति लगातार बनी हुई है। अगर यहां बारिश होती रही तो स्थिति और भी बढ़ेगी।
गंडक, गंगा और कोसी के अलावा अन्य नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बक्सर से लेकर भागलपुर तक गंगा के दोनों छोड़ बसे जिलों में बाढ़ का संकट बरकरार है। पटना, हाथीदह, भागलपुर, बेगूसराय में बाढ़ का खतरा अब भी है। बात अगर गंडक की करें तो बाल्मीकि नगर बराज से लगातार पानी छोड़े जा रहे है। गंडक में उफान की वजह से गोपालगंज, चंपारण और मुजफ्फरपुर के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित है।बिहार: गंगा, गंडक और कोसी नदी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 2, 2021
केंद्रीय जल आयोग पटना के निदेशक संजीव कुमार सुमन ने बताया, "बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, अगर लगातार बारिश होती है तो स्थिति और बढ़ेगी।" pic.twitter.com/rmlYusol3X
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बागमती नदी भी उफान पर है जिसकी वजह से मुजफ्फरपुर, शिवहर और दरभंगा में लगातार बाढ़ का खतरा बना हुआ है। कोसी में जलस्तर बढ़ने से सुपौल, सहरसा, मधेपुरा जैसे इलाकों में भी बाढ़ का खतरा बरकरार है। इससे पहले भी बिहार में बाढ़ की स्थिति बनी थी। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई इलाकों का दौरा किया था। एक बार फिर से बिहार की स्थिति भारी बारिश और नदियों में बढ़ते जल स्तर की वजह से बिगड़ सकती है। इस वक्त बिहार में बढ़ रहे बाहर के खतरा से पंचायत चुनाव पर भी असर पड़ सकता है।
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