असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का निधन, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने जताया शोक
गोगोई के पुत्र गौरव लोकसभा सदस्य हैं। सरमा ने बताया कि 2001 से 2016 तक असम के तीन बार मुख्यमंत्री रहे गोगोई ने गौहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में शाम पांच बजकर 34 मिनट पर अंतिम सांस ली। सरमा ने कहा कि डॉक्टरों ने उनकी ईसीजी जांच की और पता चला कि हृदयगति रुक गयी है। इसके बाद जीएमसीएच के अधीक्षक ने पुष्टि की कि गोगोई नहीं रहे।
उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘असम के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केन्द्रीय मंत्री तरुण गोगोई जी के निधन से दुखी हूं। अपने लंबे सार्वजनिक जीवन में आपने विभिन्न भूमिकाओं में राष्ट्र और प्रदेश की जनता की निष्ठापूर्वक सेवा की। जन सेवा में आपके योगदान को सदैव आदर पूर्वक याद किया जायेगा।’’ नायडू ने ट्वीट में कहा, ‘‘शोकाकुल परिजनों, सहयोगियों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत पुण्यात्मा को अपना आशीर्वाद देने की प्रार्थना करता हूं। ओम शान्ति।’’ प्रधानमंत्री ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि गोगोई लोकप्रिय नेता और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिनके पास असम के साथ-साथ केंद्र में भी काम करने का वर्षों का लंबा राजनीतिक अनुभव था। मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘तरुण गोगोई एक लोकप्रिय नेता और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिनके पास असम के साथ-साथ केंद्र में भी काम करने का वर्षों का लंबा राजनीतिक अनुभव था। उनके निधन से गहरा धक्का लगा है। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ है।’’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं असम के पूर्व मुख्यमंत्री गोगोई के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि वह उनके लिए महान शिक्षक थे और उनका पूरा जीवन असम के लोगों को एकसाथ लाने में समर्पित रहा। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि राज्य की सेवा और योगदान के लिए लोग हमेशा गोगोई को याद रखेंगे। सोनोवाल ने कहा, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निधन के बारे में जानकर बहुत दुखी हूं।उनके निधन से राज्य ने एक अनुभवी, सक्षम और प्रभावी राजनेता को खो दिया है। ’’Extremely sad to know of the demise of Shri Tarun Gogoi, former Chief Minister of Assam. The country has lost a veteran leader with rich political and administrative experience. His long tenure in office was a period of epochal change in Assam.
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 23, 2020
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मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उनका हास्य बोध, मिलनसारिता और स्पष्टवादी व्यक्तित्व ने हर किसी को आकर्षित किया। उन्होंने सामान्य जीवनशैली के साथ राजनीति में ऊंचे नैतिक मूल्य निर्धारित किए और देश में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में निरंतर योगदान दिया।’’ कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोगोई को सबसे पहले 26 अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और कुछ दिनों के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गयी थी। उन्हें दो नवंबर को फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। गोगोई के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिससे 21 नवंबर को उनकी स्थिति बिगड़ गयी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। गोगोई का रविवार को डायलिसिस किया गया था। पिछले कुछ घंटे से उनकी स्थिति लगातार बिगड़ रही थी और उनकी हालत ‘बहुत नाजुक’ हो गयी थी। गोगोई 2001 से तीताबोर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। वह छह बार सांसद भी रहे और दो बार केंद्रीय मंत्री बने। सरमा ने बताया कि गोगोई के पार्थिव शरीर को दिसपुर में उनके आवास पर ले जाया जाएगा। वहां से पार्थिव शरीर को श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में ले जाया जाएगा जहां लोग मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दे पाएंगे। सरमा ने कहा कि पूरे राजकीय सम्मान से गोगोई का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं, कांग्रेस के असम अध्य क्ष रिपुन बोरा ने बताया कि गोगोई का अंतिम संस्कार बृहस्पतिवार को गुवाहाटी में किया जाएगा।
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