Sanatana Remark | सनातन धर्म पर विवाजदित टिप्पणी पर उदयनिधि स्टालिन और प्रियांक खड़गे के खिलाफ दर्ज कराई गयी FIR
पुलिस ने बुधवार को कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के खिलाफ कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में यहां प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने बुधवार को कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के खिलाफ कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में यहां प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि स्टालिन पर सनातन धर्म को खत्म करने का आह्वान करने और खड़गे पर उनकी टिप्पणी का समर्थन करने के लिए मामला दर्ज किया गया है।
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दोनों पर मंगलवार को उत्तर प्रदेश के रामपुर के सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) और 153 ए (विभिन्न धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) के तहत मामला दर्ज किया गया था। एफआईआर वकील हर्ष गुप्ता और राम सिंह लोधी की शिकायत पर आई, जिन्होंने स्टालिन के बयान पर मीडिया रिपोर्टों को उजागर किया और आरोप लगाया कि राजनेता की टिप्पणियों ने उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। स्टालिन ने शनिवार को तमिलनाडु में एक कार्यक्रम के दौरान सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी। उनकी टिप्पणियों पर राजनीतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और भाजपा ने कांग्रेस पर उनकी टिप्पणियों की निंदा करने पर जोर दिया।
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ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के महासचिव ईके पलानीस्वामी ने मंगलवार को कहा कि सनातन धर्म पर तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी केवल लोगों का ध्यान भटकाने के लिए है और उन्होंने सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर ‘अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए नाटक करने’ का आरोप लगाया। इस बीच युवा मंत्री ने एक ‘संत’ द्वारा उनके सिर पर इनाम रखे जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पलानीस्वामी ने कहा कि जब भी द्रमुक अपनी विफलताओं के चलते लोगों के निशाने पर होती है तो वह ध्यान भटकाने के लिए ऐसा ही करती है। उदयनिधि की इस टिप्पणी को लोगों का ध्यान भटकाने के तौर पर देखा जा सकता है ताकि बिगड़ती कानून-व्यवस्था, विशेष रूप से बढ़ते अपराध, महंगाई और अन्य मुद्दों पर जवाब देने से बचा जा सके।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने तमिलनाडु प्रगतिशील लेखक एवं कलाकार संघ की शनिवार को चेन्नई में हुई एक बैठक को संबोधित करते हुए ‘सनातन धर्म’ की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू के बुखार से की थी और कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इन्हें नष्ट कर देना चाहिए। इसके बाद अयोध्या तपस्वी छावनी मंदिर के मुख्य पुजारी महंत परमहंस दास ने उदयनिधि स्टालिन का सिर काटने वाले को 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की। इसके बाद बाद द्रमुक कार्यकर्ताओं ने अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए वेल्लोर में संत का पुतला जलाया।
थूथुकुडी जिले में आज उदयनिधि ने संत के बयान पर प्रक्रिया देते हुए कहा कि 10 करोड़ रुपये की घोषणा एक बड़ी राशि है। उन्होंने व्यंग्यात्मक ढंग से कहा, ‘‘मेरे बालों को संवारने के लिए 10 रुपये की कीमत वाली कंघी ही काफी है।’’ उन्होंने कहा, “अमित शाह (गृह मंत्री) से लेकर (भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष) जेपी नड्डा तक, हर कोई उदयनिधि के बारे में बात कर रहा है। मेरे खिलाफ पूरे भारत में मुकदमा दायर किए जा रहे हैं और अब एक संत ने मेरे ऊपर इनाम रख दिया है।’’
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