राहुल के सवाल पर वित्त मंत्री का जवाब, पांच वर्षों में की गई पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक की वसूली

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कांग्रेस नेता ने सोमवार को इसी लिखित प्रश्न को लेकर सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न किया और जानबूझकर कर की अदायगी नहीं करने वाले 50 चूककर्ताओं के नाम बताने की मांग की। इस पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता राजनीति कर रहे हैं। इसी दौरान राहुल गांधी को पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं दिए जाने पर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई और इसके विरोध में आसन के समक्ष आकर नारेबाजी भी की।

नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रश्न के उत्तर में सोमवार को कहा कि पिछले करीब पांच वर्षों में पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज की वसूली की गई है। गांधी के प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने यह भी कहा कि 31 मार्च, 2018 को 10,36,187 करोड़ रुपये का एनपीए था जो 31 दिसंबर, 2019 की स्थिति के अनुसार घटकर 9,58,156 करोड़ रुपये हो गया।

दरअसल, कांग्रेस नेता ने सोमवार को इसी लिखित प्रश्न को लेकर सदन में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न किया और जानबूझकर कर की अदायगी नहीं करने वाले 50 चूककर्ताओं के नाम बताने की मांग की। इस पर वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नेता राजनीति कर रहे हैं। इसी दौरान राहुल गांधी को पूरक प्रश्न पूछने की अनुमति नहीं दिए जाने पर कांग्रेस सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई और इसके विरोध में आसन के समक्ष आकर नारेबाजी भी की।

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गांधी ने छह लिखित प्रश्न किए जिनमें 50 चूककर्ताओं के नाम बताने की मांग के अलावा कर्ज की वसूली के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी भी मांगी गई है। गांधी के प्रश्नों के लिखित उत्तर में निर्मला ने कहा कि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) ने विगत चार वित्तीय वर्षों और चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 5,12,687 करोड़ रुपये के कर्ज की वसूली की। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में 1,56,692 करोड़ रुपये कर्ज की वसूली की गई।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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