एफडीए की टीम ने जिला करनाल के असंध में 50 एमटीपी किटों को किया जब्त
प्रवक्ता ने बताया कि सुरेंद्र सिंह निवासी रोहिल्ला एसएस निवासी खेड़ा सरफली, असंध, करनाल की दुकान में बिना लाईसेंस के 20 विभिन्न रैकों में प्रदर्शित एलोपैथिक दवाओं के साथ-साथ बिक्री खरीद रिकॉर्ड को प्रस्तुत करने में असमर्थ रहने पर इन दवाईयों को जब्त कर लिया गया है।
चंडीगढ़ । स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अनिल विज के निर्देशानुसार खाद्य एवं औषध प्रशासन विभाग की टीम ने जिला करनाल के असंध में 50 एमटीपी किटों को जब्त करने में सफलता हासिल की है और अंसध में बिना लाइसेंस के दुकान परिसर में छापा मारकर 20 विभिन्न प्रकार की बिना लाईसेंस की ऐलोपैथिक दवाईयों के क्रय-बिक्रय को दिखाने में असर्थ रहने पर दवाईयों को जब्त भी करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए खाद्य एवं औषध प्रशासन विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुरेंद्र सिंह निवासी रोहिल्ला एसएस निवासी खेड़ा सरफली, असंध, करनाल की दुकान में बिना लाईसेंस के 20 विभिन्न रैकों में प्रदर्शित एलोपैथिक दवाओं के साथ-साथ बिक्री खरीद रिकॉर्ड को प्रस्तुत करने में असमर्थ रहने पर इन दवाईयों को जब्त कर लिया गया है।
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उन्होंने बताया कि मौके पर सुरेंद्र सिंह के खुलासे के अनुसार टीम ने एक व्यक्ति संदीप कुमार निवासी गांव बॉल जट्टंान जिला पानीपत को बस स्टैंड, गांव खीरी सरफली, असंध को नशीली दवाओं और 50 एमटीपी किट के साथ पकडऩे में सफलता हासिल की। यह व्यक्ति सुरेंद्र सिंह को ड्रग्स देने आने वाला था।
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प्रवक्ता ने बताया कि मौके पर 39 एमटीपी किट को फॉर्म 16 के तहत जब्त कर लिया गया है और बाकी 11 एमटीपी किट को फॉर्म 17 के तहत जब्त किया गया है। उन्होंने बताया कि एनडीपीएस की श्रेणी में आने वाली 5 प्रकार की मादक दवाओं को एनडीपीएस के तहत कार्यवाही के लिए पुलिस को सौंप दिया गया है क्योंकि वह बिक्री के लिए आवश्यक किसी भी दवा लाइसेंस को प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा और साथ ही वह बरामद दवाओं के बिक्री खरीद रिकॉर्ड को प्रस्तुत करने में भी असमर्थ रहा था। प्रवक्ता ने बताया कि एनडीपीएस अधिनियम के तहत इन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
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