सात सितम्बर से फिर पटरी पर दौड़ेगी दिल्ली मेट्रो, क्या होंगे नये नियम, यहां जान लें
केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हवाई अड्डों की ही भांति दिल्ली मेट्रो के लिए भी ‘‘स्पर्श मुक्त’’ सुरक्षा जांच की योजना बनाई है और वह यात्रियों की जांच के लिए हाथ में पकड़ने वाले तथा दरवाजे वाले उन्नत मेटल डिटेक्टर लगाएगी।
नयी दिल्ली। केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने हवाई अड्डों की ही भांति दिल्ली मेट्रो के लिए भी ‘‘स्पर्श मुक्त’’ सुरक्षा जांच की योजना बनाई है और वह यात्रियों की जांच के लिए हाथ में पकड़ने वाले तथा दरवाजे वाले उन्नत मेटल डिटेक्टर लगाएगी। इसमें यात्रियों को बेल्ट और पेन जैसी धातु की वस्तुओं को बैग में रखना होगा। सीआईएसएफ की दिल्ली मेट्रो के लिए ‘कार्य निरंतरता योजना’ में सुरक्षा व्यवस्था बदलावों को रेखांकित किया गया है। दिल्ली मेट्रो सेवा सोमवार से चरणबद्ध तरीके से शुरू होने जा रही है।
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कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से पहले सीआईएसएफ के जवान पास से यात्रियों की जांच करते थे और और यात्रियों को भी पर्स पास में रखने और बेल्ट लगाए रहने की आजादी थी। अर्द्धसैनिक बल के अधिकारियों ने कहा कि अब चीजें बदल जाएंगी क्योंकि कोरोना वायास संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सामाजिक दूरी और अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य मानदंडों का सख्ती से पालन करने की आवश्यकता है। सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘सरकार के कोरोना वायरस प्रसार निरोध दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए सीआईएसएफ सोमवार से दिल्ली मेट्रो में हवाई अड्डे जैसी स्पर्श मुक्त अथवा संपर्क मुक्त सुरक्षा सेवा प्रदान करेगी।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘हाथ से पकड़े जाने वाले मेटल डिटेक्टरों की लंबाई बढ़ाने के अलावा हमने दरवाजे नुमा मेटल डिटेक्टर को और उन्नत किया है।’’ सीआईएसएफ देश के असैन्य हवाई अड्डों की भी सुरक्षा का जिम्मा संभालता है। नयी प्रक्रिया के अनुसार यात्रियों से बेल्ट और पेन जैसी धातु की वस्तुओं को बैग में रखने को कहा जाएगा और अगर किसी के पास बैग नहीं है तो उन्हें उस सामान को हाथ में रखना होगा।
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