Delhi Air Pollution| दिल्ली में GRAP IV के निर्देश हुए लागू, इन कामों पर लगाई गई रोक
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अन्य शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) भी बेहतर नहीं है। ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 398 दर्ज किया गया, जबकि नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में क्रमशः 382, 380 और 356 दर्ज किया गया। फरीदाबाद (258) में इस क्षेत्र में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता रही।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक तरफ वायु प्रदूषण बढ़ रहा है वहीं तापमान में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। केंद्र सरकार के समीर ऐप के मुताबिक राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर दिल्ली में मंगलवार को 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज हुआ। वायु गुणवत्ता सूचकांक दिल्ली में सुबह आठ बजे 421 पर बना हुआ था।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के अन्य शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) भी बेहतर नहीं है। ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 398 दर्ज किया गया, जबकि नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में क्रमशः 382, 380 और 356 दर्ज किया गया। फरीदाबाद (258) में इस क्षेत्र में सबसे अच्छी वायु गुणवत्ता रही।
जीआरएपी 4 की हुई वापसी, लगी पाबंदियां
वायु की खराब होती गुणवत्ता को देखते हुए, केंद्र सरकार के वायु गुणवत्ता प्रबंधन केंद्र (सीएक्यूएम) ने ग्रेडेड एक्शन रिस्पांस प्लान (जीआरएपी) के चरण 4 के तहत पूरे एनसीआर में प्रदूषण विरोधी प्रतिबंध पुनः लागू कर दिए हैं, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गए हैं।
सोमवार को रात 9 बजे दिल्ली का एक्यूआई 399 तक पहुंच गया था, और रात 10 बजे तक 400 का आंकड़ा पार कर गया, जिसके कारण सीएक्यूएम की एक आपातकालीन बैठक बुलाई गई, जहां अधिकारियों ने जीआरएपी के चरण 4 के तहत प्रतिबंधों को वापस लाने का निर्णय लिया।
5 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट ने एनसीआर के एक्यूआई स्तर में सुधार के मद्देनजर सीएक्यूएम को स्टेज 4 के प्रतिबंधों को स्टेज 2 तक शिथिल करने की अनुमति दी थी। जीआरएपी 4 प्रतिबंधों में सभी निर्माण गतिविधियों पर प्रतिबंध, दिल्ली में गैर-जरूरी सामान ले जाने वाले प्रदूषणकारी ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध और दसवीं और बारहवीं कक्षाओं को छोड़कर स्कूल कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में अनिवार्य रूप से स्थानांतरित करना शामिल है।
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